- टैक्स लागू होने के 9 महीने के दौरान जीएसटी में किया गया था तीसरा बड़ा बदलाव
नयी दिल्ली। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा- रक्षाबंधन आ रहा है। ऐसे में राखी और गणेश चतुर्थी को देखते हुए हमने सभी तरह की मूर्तियों, हैंडीक्राफ्ट, हैंडलूम के सामान को जीएसटी से बाहर कर दिया गया, क्योंकि ये हमारी धरोहर हैं। इस बयान पर लोग सोशल मीडिया पर तीखी टिप्पणी कर रहे हैं। उनका कहना है कि जीएसटी आपने ही तो लगाया था। अब हटाकर अहसान क्यों कर रहे हो। 21 जुलाई को हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में कई सामान ट्रैक्स फ्री किए गए थे। यह जीएसटी लागू होने के 9 महीने के दौरान तीसरा बड़ा बदलाव था।
लोगों ने किए ऐसे कमेंट : ट्विटर पर अनिरुद्ध सिंह ने लिखा कि दिवाली पर पटाखों से जीएसटी हटा लेना सर। बहुत मजा आ जाएगा पटाखे फोड़ने में। वहीं, मयंक मणि ने कहा कि बहुत बड़ा अहसान कर दिया सर जी आपने 10 रुपए की राखी से जीएसटी हटाकर। थोड़ा अहसान और कर दीजिए पेट्रोल से जीएसटी हटाकर।
जीएसटी काउंसिल ने यह फैसला लिया था : जीएसटी काउंसिल ने 21 जुलाई को टीवी, फ्रिज, एसी, वॉशिंग मशीन जैसे 17 कंज्यूमर ड्यूरेलबल इलेक्ट्रॉनिक गुड्स समेत 100 उत्पादों पर टैक्स घटा दिया। वहीं, सैनेटरी नैपकिन, बिना सोने-चांदी वाली राखियां, संगमरमर-लकड़ी से बनी मूर्तियों और फूलझाडू को टैक्स फ्री कर दिया। पेट्रोल में इस्तेमाल होने वाले एथेनॉल पर जीएसटी 18% से घटाकर 5% किया गया। नई टैक्स दरें 27 जुलाई से लागू हो गई हैं। इससे पहले नवंबर 2017 में 213 सामान और जनवरी 2018 में 54 सेवाएं और 29 चीजें सस्ती हुई थीं।