धनबाद। सिंदरी के भाजपा विधायक फूलचंद मंडल ने एमटीसी के खिलाफ बगावत का झंडा उठा लिया है। उन्होंने एमटीसी का गेट जाम कर दिया है, जिसके कारण सिंदरी खाद कारखाना में स्क्रैप उठाव का काम बंद हो गया है। फूलचंद मंडल ने कहा है कि चाहे जो हो जाये, एमटीसी कंपनी को एक छटाक स्क्रैप भी बाहर नहीं ले जाने देंगे। लगातार दो दिन से स्क्रैप उठाव का काम पूरी तरह ठप है। एफसीआइ प्लांट परिसर में काम करने आये एमटीसी मजदूरों में दहशत है। स्क्रैप उठाव नहीं होने से एमटीसी कंपनी को जहां दो दिन में एक करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है, वहीं स्क्रैप लेने सिंदरी पहुंचे ट्रक मालिकों को भी भारी नुकसान हो रहा है। ट्रकों की लंबी कतारें लग गयी हैं। कभी भी विधि व्यवस्था गड़बड़ा सकती है। मालूम हो कि बेरोजगारों को रोजगार दो की मांग को लेकर सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल ने अनिश्चितकालीन धरना का शंखनाद किया है। हालांकि सिंदरी नगर भाजपा और जिला भाजपा आंदोलन से दूर है। नगर अध्यक्ष विजय सिंह समेत तमाम नगर भाजपाइयों ने विधायक के आंदोलन का साथ नहीं दिया है। भाजपाई ही कहने लगे हैं। आखिर फूलचंद मंडल अपनी ही सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में अड़ंगा क्यों लगा रहे हैं। गौरतलब है कि सिंदरी टाउनशिप बंद होने के बाद से अब तक पिछले बारह सालों में विधायक फूलचंद मंडल ने सिंदरी के मतदाताओं की सुध नहीं ली। उल्टा कारखाना बंदी पर यहां के लोगों को बाहरी करार दिया और जगह खाली कर अपने-अपने घर जाने की नसीहत दी। इससे नाराज जनता फूलचंद मंडल को नापसंद करती है। यही कारण है कि फूलचंद मंडल के आंदोलन से यहां की जनता अलग है और इसे वह नौटंकी मानती है।
कारखाना निर्माण में होगी देरी : एमटीसी कंपनी के सिंदरी साइट इंचार्ज याकूब खान ने कहा है कि विधायक फूलचंद मंडल से स्क्रैप उठाव से पहले सभी बातों पर चर्चा की गयी थी। सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल ने भी अनिश्चिकालीन आंदोलन का शंखनाद करते समय सभा को संबोधित करते हुए इस बात को स्वीकार किया था कि स्क्रैप उठाव से पूर्व उनसे बातचीत हुई थी। ऐसे में याकूब ने सवाल उठाया है कि पांच महीना बाद अचानक सिंदरी विधायक को क्या सुझा कि वे आंदोलन पर उतारू होकर पीएम और सीएम की महत्वाकांक्षी योजना में देरी कर रहे हैं।
क्या कहना है एमटीसी का : एमटीसी का कहना है कि उन पर दबाव है कि जल्द से जल्द स्क्रैप उठाव कर नये खाद कारखाना निर्माण के लिए जमीन हर्ल को उपलब्ध करायी जाये, लेकिन विधायक के आंदोलन के बाद यह संभव होते नहीं दिखता। एमटीसी के सिंदरी प्रबंधन ने कहा है कि अगर विधायक फूलचंद मंडल की मांग पर झुके, तो पहले से आंदोलनरत जेएमएमए, झाविमो, मासस समेत दर्जन भर संगठन के लोग भी अपनी मांगों की लंबी फेहरिश्त लेकर खड़ा हो जायेंगे, जिन्हें स्वीकार करना संभव ही नहीं है। मालूम हो कि विधायक के आंदोलन के बाद रविवार से सिंदरी नगर युवाओं का संगठन नव निर्माण संघ ने भी नियोजन की मांग को लेकर एमटीसी के खिलाफ खूंटा गाड़ दिया है।
सिंदरी कारखाने से देश में कृषि क्रांति आयेगी : प्रधानमंत्री गत 27 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंदरी आये थे। उन्होंने कहा था कि करीब 16 साल तक सिंदरी का कारखाना बंद था, जो अब जल्द चालू हो जायेगा। सिंदरी और घनबाद में प्रगति की भारी संभावना है। बरौनी, गोरखपुर, सिंदरी के कारखाना चालू होने के बाद पूर्वी भारत में कृषि क्रांति में इससे काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा था कि हमारी सरकार के चलते देश में यूरिया चोरी बंद हुई। किसानों को इसके लिए कतार में नहीं खड़ा होना पड़ता है। लाठी नहीं खानी पड़ती है।