अजय शर्मा
रांची। रांची के मेदांता अस्पताल में किडनी के आपरेशन में गड़बड़ी के मामले की जांच का आदेश दिया गया है। मुख्यमंत्री जनसंवाद के तहत सीधी बात कार्यक्रम में मंगलवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास यह आदेश दिया। मामले की शिकायतकर्ता दुखीराम पासवान की पत्नी पहुंची थी। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सकों के विरुद्ध एसटी-एससी थाना में मामला भी दर्ज कराया गया है, लेकिन चिकित्सकों खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, उल्टे केस उठा लेने की धमकी दी जा रही है। इतना सुनते ही सीएम भड़क गये। तुरंत रांची के एसएसपी अनीश गुप्ता से बात की। सीएम ने उन्हें आदेश दिया कि वह तुरंत इस पर कार्रवाई करें, जांच करें और दोषियों को जेल भेजें। चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, गड़बड़ी करने की इजाजत किसी को नहीं दी जायेगी।
कोडरमा की रहनेवाली अर्चना कुमारी भी पहुंची थी। उसने सीएम से कहा कि उनका 11 वर्षीय पुत्र द्रोण 30 मार्च से लापता है। पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। सीएम ने अर्चना की पूरी बात गंभीरता से सुनी। द्रोण के लापता होने की जानकारी उसकी मां तिलैया थाना को देने पहुंची, तो फटकार लगायी गयी। 72 घंटे बाद एफआइआर हुई। इस पर एसपी थानेदार अजय कुमार सिंह के बचाव में कुछ बोल रहे थे कि इतने में ही सीएम भड़क गये। उन्होंने कहा कि अगर आपका बच्चा अगर गुम होता, तो आपको पता चलता। कार्यक्रम में बैठे आइजी नवीन कुमार सिंह को उन्होंने निर्देश दिया कि सभी एसपी को आदेश दिया जाये कि थानों में एफआइआर हर हाल में हो। बकौल सीएम हमको भी पता है कि वहां होता क्या है। बहुत शिकायत है थानों की।
रामगढ़ के गोला प्रखंड के कोरंबा में ठाकुर कुंज किशोर सिंह के नाम से 3386 एकड़ जमीन दर्ज है, जबकि खतियान में यह जमीन 1932 से किसानों के नाम से है। मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ वहां के लोगों को नहीं मिल पा रहा है। इस पर सीएम ने पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया है।
खूंटी से एक पीड़ित पहुंचा और उसने सीएम से कुछ मांग की। उसके साथ क्या हुआ था सीएम को बताया। वह तोरपा से आया था। मुख्यमंत्री ने खूंटी के डीसी से सूरज..योजनाओं का लाभ गरीबों को मिलना चाहिए। अपने अधिकारियों से कहो कि वे सभी से मिलें। देखें पेज 04 भी

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