रांची। झारखंड प्रदेश भाजपा मुख्यालय में गुरुवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास भावुक हो गये। मौका था पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर श्रद्धांजलि सभा का। रांची में गुरुवार को सुषमा स्वराज की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री कुर्सी पर बैठने के बाद अपने आप को रोक नहीं सके और उनकी आंखें भर आयीं। इसके बाद मंच से बोलने के दौरान भी उनका गला रुंध गया। उन्होंने कहा कि सुषमा दीदी मेरे लिए बड़ी बहन थीं। उन्होंने हमेशा मुझे छोटे भाई जैसा प्यार दिया। वह हर किसी से आत्मीयता के साथ मिलती थीं। जिस क्षेत्र में भी कार्य किया, अपनी अलग छाप छोड़ते हुए दूसरों के लिए आदर्श प्रस्तुत किया। आज वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके विचार और आदर्श हमारे बीच सदैव रहेंगे। सेवा भाव ही उनका आदर्श था। हम इसी राह पर चल कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं। सीएम ने कहा कि सुषमा दीदी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा थीं। वह सरकार के मानवीय मूल्यों की वाहक थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे ट्विटर के जरिये जन समस्याओं का समाधान करती थीं। छोटी से छोटी समस्या हो या बड़ी से बड़ी, त्वरित कार्रवाई के लिए सक्रिय हो जाती थीं और उसका समाधान करके ही चैन लेती थीं। उन्होंने एक वाक्ये का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने उनसे झारखंड में विदेश मंत्रालय का आॅफिस खोलने का आग्रह किया था। इस पर उन्होंने राज्य की जरूरतों को समझते हुए तुरंत स्वीकृति दे दी थी। उन्होंने मेरे मुख्यमंत्री बनने पर कहा था कि झारखंड को आगे लेकर बढ़ो, विकास करो। सीएम ने कहा कि झारखंड के कामगारों को विदेश में दिक्कत होती थी, तो मैं उन्हें फोन करता था। वह मुझे आश्वस्त करती थीं और तुरंत सक्रिय हो जाती थीं। कुछ ही घंटों में परिणाम हमारे सामने होता था। इससे पूर्व प्रदेश कार्यालय में मौजूद लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि अर्पित की। मौके पर भाजपा नेता देवदास आप्टे ने भी संस्मरण सुनाया।
उनके स्वभाव में ही सेवा भाव था
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुषमा दीदी महिला सशक्तीकरण की जीती-जागती मिसाल थीं। उन्होंने हमेशा महिलाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य किया। उनके स्वभाव में ही सेवा भाव था। यही कारण था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली सरकार में विदेश मंत्री रहते हुए विदेश मंत्रालय की पहुंच पहली बार आम लोगों तक हुई। भारत के अलावा अमेरिका, पाकिस्तान, ब्रिटेन जैसे देशों के नागरिकों की भी उन्होंने मदद की। कई परिवारों को वीजा या पासपोर्ट दिलाने में सहायता कर उन्होंने अनोखी मिसाल पेश की। पहले पासपोर्ट बनने में जहां महीनों लगते थे, आज सप्ताह भर में पासपोर्ट बन जाता है।
राजनीति से ऊपर है देश हित
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुषमा दीदी ने राजनीति से ऊपर देश हित को रखा। यही कारण है कि उनके कार्यों की प्रशंसा देश-विदेश में होती रही। आज झारखंड का हर कार्यकर्ता और यहां की सवा तीन करोड़ जनता उन्हें श्रद्धांजलि प्रदान कर रही है।
इनकी रही मौजूदगी
मंत्री सीपी सिंह, विधायक नवीन जयसवाल, राज्य सभा सांसद महेश पोद्दार, विधायक जीतू चरण राम, रामकुमार पाहन, दीपक प्रकाश, जैलेंद्र कुमार समेत अन्य ने भी श्रद्धांजलि दी।
सुषमा दीदी के विचार-आदर्श हमेशा साथ रहेंगे: CM
Previous Articleलोहरदगा में तीन को जिंदा जलानेवाले 22 को उम्रकैद
Next Article कोहली ने बीच मैदान गेल संग किया डांस, वायरल
Related Posts
Add A Comment