आरके पाठक
विष्णुगढ़। बुधवार का दिन हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो के 85 गांवों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आया। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बनासो में जैसे ही कोनार नहर सिंचाई परियोजना के उद्घाटन का बटन दबाया, इन गांवों में रहनेवाले करीब तीन लाख लोगों की आंखों में रंग-बिरंगे सपने साकार होते दिखे। 42 साल से जो काम लंबित था, मुख्यमंत्री रघुवर दास की सरकार ने साढ़े चार साल में वह काम कर दिखाया। कोनार नहर में पानी बहने लगा और इसके साथ ही तीन जिलों में 62 हजार 896 हेक्टेयर खेत को सिंचाई की सुविधा हासिल हो गयी।
मौके पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि कोनार नहर सिंचाई परियोजना मील का पत्थर साबित होगी। 42 साल से यह योजना बंद पड़ी थी। हमारी सरकार ने साढ़े चार साल में इसे पूरा कर दिखाया है। यह झारखंड के विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कोनार नहर से सोलर पैनल के जरिये आसपास के गांवों को बिजली दी जायेगी। उन्होंने कहा कि पहले सिर्फ धान की फसल होती थी। अब गेहूं और सब्जी का भी उत्पादन होगा।
सीएम ने कहा कि 2014 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बाद सिंचाई और पीने के पानी के बारे में ठोस रणनीति बनायी गयी। 2015 में दो सौ और चार सौ करोड़ की अधूरी योजनाओं को पूरा करने का संकल्प लिया गया। मुख्यमंत्री ने बोरा बांध बनाने का सुझाव देते हुए कहा कि स्वच्छता अभियान की भांति जल संचय को जन आंदोलन बनाना होगा, तभी आने वाले दिनों में पीने का पानी लोगों को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल है तो कल है। इसलिए हमें हर हाल में वर्षा जल को रोकना होगा और यह तभी संभव है, जब सभी लोग इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।
झारखंड में पशुपालन को बढ़ावा दिया रहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार झारखंड में पशुपालन को बढ़ावा दे रही है। महिलाओं को दो-दो गाय दी जा रही है। इसमें 50 फीसदी पैसा सरकार देगी। मेधा डेयरी खटाल से गोबर और दूध खरीदेगी। गोबर से आॅर्गेनिक खाद तैयार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 57 लाख परिवार का मुफ्त गोल्डेन कार्ड बनाया जा रहा है। 70 साल से पानी के लिए झारखंड के लोग जूझ रहे थे। 30 सितंबर तक हर गांव में स्ट्रीट लाइट, फेबर ब्लॉक सड़कें और घर-घर जल की व्यवस्था सरकार की प्राथमिकताओं में है।
35 लाख किसानों के खाते में दिसंबर के अंत तक तीन हजार करोड़
रघुवर दास ने कहा कि पीएम का लक्ष्य 2022 तक किसान की आय को दोगुना करना है। मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना शुरू की गयी है। 35 लाख किसानों के खाते में दिसंबर के अंत तक तीन हजार करोड़ रुपये भेज दिये जायेंगे।
लंबित सिंचाई योजना को बढ़ावा दे रही सरकार : अपर मुख्य सचिव
जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि 42 साल के बाद कोनार सिंचाई परियोजना अस्तित्व में आया है। यह ऐतिहासिक क्षण है।
किसानों के जीवन उत्थान में लगे हैं सीएम : रामचंद्र सहिस
जल संसाधन मंत्री रामचंद्र सहिस ने कहा कि मुख्यमंत्री किसानों के जीवन उत्थान में लगे हैं। 42 साल पहले किसानों ने जो सपना देखा था, अब साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि छह किलोमीटर टनल और 60 किलोमीटर मुख्य नहर में पानी छोड़ा गया है। बितरणी नहरों में 2021 तक पानी पहुंचा दिया जायेगा।
मांडू विधायक ने पेयजल समस्याओं पर कराया ध्यान आकृष्ट
मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल ने कहा कि सिंचाई परियोजना से 85 गांवों को लाभ होगा, मगर बकसपुरा, रखवा, कोनार डैम को कोनार नहर के कारण पेयजल की किल्लत झेलनी पड़ रही है। उन्होंने इस ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराया।
मुख्यमंत्री के दृढ़ निश्चय से ही पूरी हुई परियोजना : अन्नपूर्णा
कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री दृढ़ निश्चयी हैं। इसी कारण कोनार नहर सिंचाई परियोजना जो लंबे अरसे से अधूरी थी पूरी हुई। लोगों ने कोनार नहर से उम्मीदें छोड़ दी थीं। इलाके के लोग कोनार नहर की ओर लंबे समय से टकटकी लगाये बैठे थे। बहुत पहले ही योजना पूर्ण हो जानी थी।
कोनार से सिंचाई का लाभ मिलेगा : चंद्रप्रकाश चौधरी
पूर्व मंत्री सह गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि गिरिडीह और हजारीबाग को सिंचाई का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने यहां के किसानों की लंबी आस पूरी कर दी।