कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर उठे विवाद को पार्टी शांत करने की कोशिश में जुटी है, पर असंतुष्ट नेता अभी भी मुखर है। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिठ्ठी लिखने वाले नेताओं में शामिल राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने इस मुद्दे पर एक और ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में विरोध और समर्थन की बात की है।

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गाधी ने असंतुष्ट नेताओं से फोन पर बात की है। उनकी इस कोशिश को लेकर पार्टी में अलग-अलग राय है। कई नेता मानते हैं कि यह कांग्रेस अध्यक्ष की तरफ से सुलह का संकेत है। वहीं, कई नेताओं की राय है कि सोनिया गांधी ने यह जताने की कोशिश की है कि असंतुष्ट नेताओं के प्रति उनके मन में कोई नाराजगी नहीं है।

पार्टी के ज्यादातर असंतुष्ट नेता चुप्पी साधे हुए हैं। वह पार्टी नेतृत्व के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं। पर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल लगातार आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सिद्धांतों के लिए लड़ते समय, जीवन में, राजनीति में, अदालत में, सामाजिक कार्यकर्ताओं के बीच या सोशल मीडिया प्लेटफार्मो पर, विपक्ष (विरोध करने वाले) तो मिल जाते हैं। पर समर्थन का इंतजाम करना पड़ता है।

कपिल सिब्बल ने एक दिन पहले ट्वीट के जरिए पद और देश की अहमियत की बात की थी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि यह किसी पद के बारे में नहीं, यह मेरे देश के बारे में, जो सबसे अहम है। पार्टी नेता मानते हैं कि कपिल सिब्बल लगातार यह जताने की कोशिश कर रहे हैं कि पत्र लिखने वालों को भी पार्टी में समर्थन हासिल है।

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