नयी दिल्ली। यूपी चुनाव को लेकर भाजपा पूरी तरह से रेस है। भाजपा के लिए यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण है। इसी को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में अपने आवास पर करीब साढ़े तीन घंटे तक उत्तर प्रदेश को लेकर मंथन किया। इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल शामिल हुए। इस दौरान उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई।
चर्चा की शुरूआत उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की जरूरत से हुई और क्षेत्रीय, सामाजिक और जातीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए 5-7 मंत्री बनाए जाने की जरूरत जताई गयी। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के साथ अगले तीन दिनो में इस मुद्दे पर विस्तार से फिर चर्चा होगी और फिर आखिरी मुहर के लिए केंद्र की सहमति दोबारा ली जाएगी और तब मंत्रिमंडल विस्तार की तारीख तय की जाएगी।
आने वाले कुछ महिनों के लिए कार्यकतार्ओं को मोबलाइज करने के लिए योजनाएँ, सम्मेलन और बड़े नेताओ के कार्यक्रम मोटा खाका भी खींच लिया गया है। अगले दो से तीन दिनो में फिर से संगठन की लखनऊ में बैठके होगी जिसमें अगले तीन महीने के कार्यक्रम तय किए जाएंगे।
इस बैठक में तय किया जाएगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कम से कम दो कार्यक्रम हर महीने प्रदेश में हो, गृह मंत्री अमित शाह के भी प्रदेश में दौरे और कार्यक्रम की रूप रेखा इन बैठकों में तैयार की जाएगी, कोशिश होगी कि गृह मंत्री अमित शाह के कम से कम दो से तीन कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में हो।
23 अगस्त को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उत्तर प्रदेश में बीजेपी कार्यकर्ता को सम्बोधित करेंगे, इस कार्यक्रम के दौरान नड्डा प्रदेश भर के 2700 सेक्टर में बूथ प्रमुख और सेक्टर प्रमुखों से सीधा संवाद स्थापित करेंगे.
यूपी विधानसभा चुनाव में पार्टी के निचले स्तर तक के कार्यकताओं को सक्रिय करने के लिए इसे एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम के तौर पर देखा जा रहा है, इसके अलावा बीजेपी 25 सितंबर से पन्ना प्रमुख सम्मेलन की शुरूआत करेगी. इन सम्मेलनों के जरिये बीजेपी अपने सबसे निचले कार्यकर्ता को जमीनी स्तर पर पूरी तरह से सक्रिय करेगी.