रांची। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मंगलवार को रांची के सदर अस्पताल में बच्चों के लिए आईसीयू वार्ड का उद्घाटन किया। इस दौरान मंत्री ने 27 बेड के पीआईसीयू और 24 बेड के एचडीयू का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों के लिए आईसीयू बेड का उद्घाटन किया गया है। तीसरी लहर में सबसे ज्यादा बच्चों के प्रभावित होने की संभावना है। इसको ध्यान में रखकर सदर अस्पताल में बच्चों के लिए पीडियाट्रिक आईसीयू और एचडीयू का निर्माण किया गया है। सदर अस्पताल में पीआईसीयू और एचडीयू में आधुनिक सुविधा युक्त वेंटिलेटर, वाइपेप, एचएफएनसी और बबल सी पैप की व्यवस्था है। एक सप्ताह के अंदर पीएसए प्लांट का भी उद्घाटन किया जाएगा।

सदर अस्पताल में कुल 51 पेडियाट्रिक बेड हैं। इनमें से 27 आईसीयू बेड हैं जबकि 24 एसडीयू बैठे हैं। पीडियाट्रिक वार्ड में शून्य से लेकर 18 वर्ष तक की आयु के बच्चों को भर्ती किया जाएगा। यहां बच्चों की मनोरंजन का भी साधन उपलब्ध कराया जाएगा। मंत्री ने कहा कि जानता को स्वास्थ्य के संबंध में किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े। इसके प्रति हम सभी अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करने में जुटे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि इस महामारी के समय में जनता की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, सुरक्षा के संदर्भ में हरसंभव कदम उठाई जाएगी, बच्चों की सुरक्षा करना हमारी प्राथमिकता हैं। झारखंड सरकार का लक्ष्य है कि स्वास्थ्य सेवा में संसाधनों की बढ़ोत्तरी की जाए ताकि कोई भी मरीज चिकित्सा सुविधा के अभाव में दम न तोड़े। अमेरिका में जिस प्रकार कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान डॉक्टरों के आपसी तालमेल में काम किया गया वैसा ही मॉडल यहां लागू करने का हम प्रयास कर रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि तीसरी लहर की आशंका के बीच राज्य भर के अस्पताल में व्यवस्था बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इसी के साथ बच्चों को समय पर उचित इलाज मिल सके, इसे लेकर भी प्रयास किया जा रहा है। सभी संस्थानों में तैयारी की जा रही है। इसके अलावा ऑक्सीजन की कमी ना हो इसके लिए 69 ऑक्सीजन प्लांट भी लगवाए जा रहे हैं।

मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि तीसरी लहर की आशंका के चलते हर स्तर पर तैयारी की जा रही है। बच्चों को लेकर सुरक्षा कवच तैयार किया जा रहा है। बच्चों के लिए खास कोविड अस्पताल तैयार किया गया है। इसमें 27 बेड का पीडियाट्रिक आईसीयू और 24 बेड का एचडीयू है। इसमें वेंटिलेटर की भी व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही 41 नार्मल बेड्स भी हैं। अस्पताल में गंभीर अवस्था के बच्चों का इलाज हो सकेगा। उन्हें रिम्स रेफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब तक अस्पताल में आने वाले मरीजों को वापस कर दिया जाता था। सिर्फ ओपीडी और इंडोर में बच्चों को भर्ती किया जाता था, तबीयत ज्यादा खराब होने पर रेफर किया जाता था। आइसीयू में अत्याधुनिक उपकरणों की सुविधा है।

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