लगातार चौथी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिशन उत्तर प्रदेश का आगाज गोरक्षनाथ की नगरी से करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी खाद कारखाने का लोकार्पण करेंगे और साथ ही विकास का एजेंडा बताकर जनता से जीत का आशीर्वाद मांगेंगे।
यूपी में विधानसभा चुनाव फरवरी व मार्च में कराए जा सकते हैं। इससे पहले ही भाजपा सरकार विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करा लेना चाहती है। इसी क्रम में ही 18 अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खाद कारखाने का लोकार्पण का कार्यक्रम प्रस्तावित है।
विकास का तोहफा देने का सिलसिला जारी रहेगा
आगामी विधानसभा चुनाव से पहले गोरखपुरवासियों को विकास का तोहफा देने का सिलसिला जारी रहेगा। एम्स गोरखपुर का लोकार्पण भी होना है। इसकी ओपीडी चल रही है। जल्द ही 750 बेड का अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा, फिर उद्घाटन की तिथि तय होगी। एम्स का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही करेंगे। दिसंबर 2021 से पहले ही लोकार्पण की संभावना है। 91 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास कराया जाना है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण काम लगभग पूरा हो चुका है। मिट्टी डालने का काम चल रहा है। इसका शिलान्यास पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के साथ ही प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर सकते हैं।
राष्ट्रपति देंगे आयुष विश्वविद्यालय का तोहफा
प्रधानमंत्री से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी शहरवासियों को विकास का बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। राष्ट्रपति 28 अगस्त को आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे। यह यूपी का पहला आयुष विश्वविद्यालय होगा। इस विश्वविद्यालय से यूपी के 11 राजकीय व निजी होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज संबद्ध होंगे। 75 सरकारी व गैर सरकारी आयुर्वेदिक कॉलेजों को भी संबद्धता दी जाएगी। अभी इन कॉलेजों की संबद्धता राज्य विश्वविद्यालयों से है।
गोरखपुर में रैली का संदेश बड़ा, जीत भी मिली
गोरखपुर की रैली का बड़ा संदेश जाता है। गोरक्षपीठ का प्रभाव पूर्वांचल सहित यूपी व देश के अलग-अलग राज्यों में है। गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ़ मंडल में ही विधानसभा की 62 सीटें हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अकेले 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी। दो सीटें भाजपा की सहयोगी दलों के खाते में गई थी। इसी तरह 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने तीनों मंडल की 13 में से 12 सीटें जीतकर विपक्ष को तगड़ा झटका दिया था। 2019 के चुनाव में बसपा-सपा का गठबंधन हुआ तो लगा कि बड़ा नुकसान होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस बार भी 13 में से 10 लोकसभा सीटें जीतने में सफलता मिली थी। इसी का नतीजा है कि प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार का आगाज गोरखपुर से करते हैं।