आजाद सिपाही संवाददाता
कोलकाता। बंगाल में इन दिनों जबरदस्त राजनीतिक और प्रशासनिक उथल-पुथल मची हुई है। एक तरफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अपना शिकंजा कसे हुए है, तो दूसरी ओर सीबीआइ भी रेस हो गई है। इसी कड़ी में गुरुवार को सीबीआइ ने वीरभूम के कद्दावर तृणमूल विधायक अनुब्रत मंडल को गिरफ्तार कर खलबली मचा दिया। अभी अनुब्रत का मामला चल ही रहा था कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोयलाकांड में बंगाल के आठ आइपीएस अधिकारियों को पूछताछ के लिए तलब किया है।
इनमें ज्ञानवंत सिंह, सुकेश जैन, राजीव मिश्रा, कोटेश्वर राव, श्याम सिंह, तथागत बसु, सेल्वा मुरुगन और भास्कर मुखर्जी शामिल हैं, जिन्हें दिल्ली तलब किया गया है। 15 अगस्त के बाद इन सभी आठ आइपीएस अधिकारियों को दिल्ली सीबीआइ के समक्ष उपस्थितत होने को कहा गया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने ज्ञानवंत सिंह और राजीव मिश्रा से पहले भी पूछताछ की थी। ईडी उनसे फिर पूछताछ करना चाहता है। बतातें चलें कि इनमें से अधिकांश आईपीएस मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बेहद पसंदीदा अधिकारियों में सुमार हैं।