रांची। अमिताभ चौधरी के निधन के बाद बंगाल का क्रिकेट जगत में हस्तक्षेप बढ़ा है। इससे राज्य के खिलाड़ियों के भविष्य पर संकट मंडराने लगा है। इस मामले को लेकर पूर्व रणजी खिलाड़ी अजातशत्रु ने बयान जारी करते हुए कहा कि क्रिकेट जगत में जेएससीए के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ चौधरी का योगदान किसी से छुपा हुआ नहीं है। उनके आकस्मिक निधन से क्रिकेट जगत उबर भी नहीं पाया है, और बंगाल अपना वर्चस्व बनाने के लिए अपने दायरे से बढ़ कर हस्तक्षेप कर रहा है। झारखंड के प्रतिभावान क्रिकेट खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन के बावजूद उन्हें प्रतिस्पर्धा से ही बाहर कर दिया जा रहा है।
झारखंड रणजी ट्रॉफी में क्वार्टर फाइनल खेली हुई टीम है। लेकिन राज्य के महज 4 खिलाड़ियों को दिलीप ट्रॉफी में अवसर दिया गया है। कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं, जिनका प्रदर्शन अन्य खिलाड़ियों से बहुत बेहतर है, लेकिन उनका चयन नहीं हो पाया है। इसका मूल कारण यह भी है कि वर्तमान समय में झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से स्व अमिताभ चौधरी की तरह प्रखरता के साथ खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य और प्रदेश की बातों को रखनेवाला कोई नहीं है। अब इसे बहुत बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। इसे लेकर एसोसिएशन को गहन चिंतन करने की जरूरत है। इन परिस्थितियों में झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन को संभालने वाले एकमात्र मजबूत व्यक्तित्व हैं महेंद्र सिंह धोनी। धोनी ही वह शख्स ह, जो झारखंड के क्रिकेट एसोसिएशन और यहां के प्रतिभावान खिलाड़ियों के भविष्य को संवारने का कार्य कर सकते हैं।