नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद रमेश बिधूड़ी ने गुरुवार को लोकसभा में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 पर चर्चा के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘बौना दुर्योधन’ कहकर संबोधित किया।
चर्चा के दौरान बिधूड़ी ने कहा कि महाभारत काल का दुर्योधन विश्वासघाती,कायर, अहंकारी और भ्रष्ट था ऐसा ही अवगुण दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल में भी व्याप्त है। इन्हें न राज्य की चिंता है और न ही राज्य के लोगों के हितों की परवाह है।
बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली भारत का दर्पण है। अगर दिल्ली को शर्मिंदगी से बचाना है तो ऐसे बिल लाने जरूरी हैं। यह बिल पिछले 08 साल से दिल्ली में हो रहे अधर्म से बचाने के लिए लाया जा रहा है। रमेश ने विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि केजरीवाल दावा करते हैं कि वह दिल्ली के मालिक हैं लेकिन उन्हें राज्य की जनता के हितों से कोई मतलब नहीं है। वह अपने व पार्टी के विधायकों के नात-रिश्तेदारों को व्यक्तिगत लाभ देने और भ्रष्टाचार करने में जुटे हैं।
बिधूड़ी ने कहा कि आप नेताओं को लाखों रुपये की नौकरी आसानी से मिल जाती हैं लेकिन दिल्ली की आम जनता को साफ पानी नहीं मिल पाता है। उन्होंने कहा कि राज्य में बस खरीद के नाम पर घोटाला हुआ, शराब घोटाला किसी से छिपा नहीं है। इनके मंत्री जेल में हैं। मुख्यमंत्री के पास कोई मंत्रालय नहीं है और वह राज्य की जनता की सेवा करने की बात करते हैं।
नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली में केन्द्र सरकार की भूमिका को समझाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केवल एक चौथाई भूमिका में है। दिल्ली में कानून व्यवस्था केन्द्र के अधिकार क्षेत्र हैं। इसके अलावा शहरी विकास मंत्रालय है। दिल्ली के अस्पतालों और कॉलेज केन्द्र सरकार के हैं। बहुत सा फंड केन्द्र की ओर से दिया जाता है।
लेखी ने आरोप लगाया कि राजधानी में जिन विषयों पर दिल्ली सरकार के पास अधिकार है, उन क्षेत्रों में कोई काम नहीं हो रहा है। बाढ़ समिति की दो साल से बैठक नहीं हुई है। 1300 करोड़ रुपये दिल्ली में इश्तिहार में खर्च कर दिए जाते हैं।
लेखी ने कहा कि विधेयक को लेकर सारा मसला विजलेंस से जुड़ा है। सरकार अधिकारियों पर दवाब बनाकर मनमाने ढंग से काम करती है।