रांची। साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने अब वहां के डीएसपी राजेंद्र दुबे को फिर से समन कर दिया है। पूर्व में उनसे इसी मामले में गत वर्ष नौ दिसंबर को पूछताछ हुई थी। अब ईडी ने उन्हें चार सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है।
पंकज मिश्रा के करीबी बताए जाते हैं राजेंद्र दुबे
बताया जा रहा है कि अवैध खनन मामले में ईडी के अहम गवाह रहे विजय हांसदा के गवाही से मुकरने के मामले में भी डीएसपी राजेंद्र दुबे की अहम भूमिका रही है। इन सभी बिंदुओं पर ईडी उनका बयान लेगी।
राजेंद्र दुबे को बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का करीबी बताया गया है। पंकज मिश्रा अवैध खनन मामले का आरोपित है, जिसे ईडी ने गत वर्ष 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था।
राजेंद्र दुबे पर पंकज मिश्रा के इशारों पर काम करने का आरोप
राजेंद्र दुबे पर पूर्व में यह आरोप लग चुका है कि वह पंकज मिश्रा के इशारे पर काम करते थे। रिम्स में पंकज मिश्रा के इलाजरत रहते हुए उनसे मुलाकात भी की थी और फोन पर बातचीत भी की थी।
राजेंद्र दुबे पर यह भी आरोप है कि पंकज मिश्रा के कहने पर उन्होंने ईडी के गवाहों को जेल भी भेजा था। अवैध खनन में पंकज मिश्रा व उनके सहयोगियों को नियम विरुद्ध जाकर मदद भी की थी। पूछताछ के बाद ईडी ने उनसे उनकी चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा भी मांगा था।
गत वर्ष नौ दिसंबर को ईडी की पूछताछ में डीएसपी राजेंद्र दुबे ने यह स्वीकार किया था कि उन्होंने नियम विरुद्ध जाकर रिम्स के पेइंग वार्ड में पंकज मिश्रा से मुलाकात की थी। पंकज मिश्रा व अन्य वरीय पदाधिकारियों के निर्देश पर उन्होंने ईडी के गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश की थी।
विजय हांसदा के मुकरने के मामले में भी ईडी लेगी बयान
ईडी सूत्रों के अनुसार, डीएसपी राजेंद्र दुबे से विजय हांसदा प्रकरण में भी पूछताछ की जाएगी। विजय हांसदा ईडी का गवाह रहा है, जो वर्तमान में अपनी गवाही से मुकरा है।
ईडी को यह सूचना है कि विजय हांसदा को डराया-धमकाया गया है और प्रलोभन दिया गया है, जिसके बाद ही वह गवाही से मुकरा है।
अब ईडी डीएसपी राजेंद्र दुबे से विजय हांसदा प्रकरण पर सख्ती से पूछताछ करेगी। ईडी यह जानना चाहेगी कि विजय हांसदा को गवाही से मुकरने के लिए कौन-कौन लोग दोषी हैं और उनकी क्या भूमिका है।