कोलकाता। महानगर में हो रही जी-20 की एकदिवसीय मंत्री स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि भारत भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलता है। यह हमारे वैश्विक दृष्टिकोण का परिचायक है। शनिवार को कोलकाता के पांच सितारा होटल आईटीसी में जी-20 की चार दिवसीय बैठक के अंतिम दिन जितेंद्र सिंह ने संबोधन किया।
डॉ. सिंह ने कहा कि परिसंपत्ति वसूली और पारस्परिक कानूनी सहायता प्रक्रियाओं को कोड करने में जी 20 एसीडब्ल्यूजी द्वारा किया गया प्रभावशाली प्रयास और पारस्परिक कानूनी सहायता की दिशा में पर्याप्त प्रगति हुई है। भगोड़े आर्थिक अपराधी कानून प्रवर्तन के लिए चुनौती पैदा करते हैं क्योंकि वे न्याय से बचने के लिए देशों की कानूनी और वित्तीय प्रणालियों के बीच खामियों का फायदा उठाते हैं।
मंत्री का कहना है कि भारत की अध्यक्षता में जी 20 एसीडब्ल्यूजी कानून प्रवर्तन सहयोग, सूचना साझाकरण और संपत्ति वसूली पर आम सहमति बनाने में सफल रहा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का उन्मूलन विकास के प्रति पीएम मोदी के जन-समर्थक दृष्टिकोण की आधारशिला है।
भारत के कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार प्रभारी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, जी 20 भ्रष्टाचार निरोधक मंत्रिस्तरीय बैठक हम सभी के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का नेतृत्व करने के लिए सामूहिक और मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति प्रदर्शित करने का अवसर है। उन्होंने कहा, भ्रष्टाचार के प्रति भारत का जीरो टॉलरेंस दृष्टिकोण भ्रष्टाचार से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग के प्रति हमारे दृष्टिकोण का भी मार्गदर्शन करता है।
उन्होंने कहा कि भगोड़े आर्थिक अपराधी अपने गृह देश में गंभीर आर्थिक अपराध करते हैं और गिरफ्तारी, अभियोजन या सजा से बचने के लिए दूसरे देश में भाग जाते हैं। आर्थिक अपराधों में धोखाधड़ी, कर चोरी, मनी लॉन्ड्रिंग और गबन जैसी कई प्रकार की अवैध गतिविधियाँ शामिल हैं। उनके कार्य कानून के शासन को कमजोर करते हैं, आर्थिक विकास में बाधा डालते हैं और अक्सर भ्रष्टाचार में योगदान करते हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने पीएम मोदी द्वारा पेश किए गए नौ सूत्री एजेंडे का जिक्र किया। इसमें सभी भगोड़े आर्थिक अपराधियों को सुरक्षित पनाह न देने, अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के प्रभावी कार्यान्वयन, सूचना के समय पर और व्यापक आदान-प्रदान के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की स्थापना और एक मानक परिभाषा तैयार करने के लिए कानूनी प्रक्रियाओं और तंत्रों में जी 20 देशों में मजबूत और सक्रिय सहयोग का आह्वान किया गया। भगोड़े आर्थिक अपराधियों से निपटने के लिए वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) द्वारा आम तौर पर सहमत और मानकीकृत प्रक्रियाओं एक तंत्र के विकास पर भी सहमति बनी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जी 20 के रूप में हमें अपनी महत्वाकांक्षा के प्रति साहसी होने और भ्रष्टाचार से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग में कमियों को दूर करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है।