-साथ रहते-रहते सुदेश महतो में भाजपा का ही संस्कार आ गया है: सुप्रियो भट्टाचार्य
रांची। झारखंड प्रदेश में डुमरी उपचुनाव के मतदान से पहले जुबानी जंग शुरू हो गयी है। झामुमो ने आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश महतो पर जम कर हमला बोला। गुरुवार को झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि लंबे समय तक भाजपा के साथ रहते-रहते सुदेश महतो में भी उनके ही संस्कार आ गये हैं। यही कारण है कि वह न केवल एक महिला बेबी देवी, बल्कि स्व जगरनाथ महतो का भी अपमान कर रहे हैं। श्री भट्टाचार्य ने कहा कि सरकार का हर मंत्रालय अहम होता है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें मद्य निषेध विभाग दिया। क्या यह विभाग नहीं है। सुदेश महतो घूम-घूम कर कह रहे हैं कि हेमंत सोरेन एक महिला और जगरनाथ महतो की पत्नी से दारू बेचवा रहे हैं। हद है, कोई चुनाव जीतने के लिए इतना नीचे स्तर तक कैसे जा सकता है। जब इसका जनविरोध हो रहा है, तो ये लोग चुनाव आयोग के पास जा रहे हैं। झामुमो चुनाव आयोग से मांग करता है कि वह सुदेश महतो को डुमरी में चुनावी प्रचार पर बैन लगाये। श्री भट्टाचार्य ने कहा कि स्व जगरनाथ महतो हमेशा ओबीसी वर्ग, मूलवासी, ओबीसी आरक्षण, 1932 खतियान और झारखंडियों की शिक्षा को लेकर आजीवन संघर्ष करते रहे। जब जगरनाथ महतो का निधन हुआ था, तो सुदेश महतो ने उनकी चिता के सामने खड़ा होकर कहा था कि वेहजगरनाथ दा के परिवार के साथ खड़े हैं। यह वही सुदेश महतो हैं, जब बाबूलाल मरांडी के मुख्यमंत्रित्व काल में ओबीसी का आरक्षण 27 से घटा कर 14 फीसदी कर दिया गया था। यह वही सुदेश महतो हैं, जब रघुवर सरकार ने 1985 के खतियान आधारित स्थानीय नीति बनायी थी और उनके नेता चंद्रप्रकाश चौधरी ने प्रेसवार्ता की थी। आज वही सुदेश महतो ने स्व जगरनाथ महतो के परिवार के खिलाफ न केवल प्रत्याशी उतारा, बल्कि वह उनकी पत्नी और परिवार का अपमान कर रहे हैं। वे किस मुंह से डुमरी में प्रचार कर रहे हैं, घूम रहे हैं। डुमरी में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए आयातित नेताओं और लोगों को उतारा जा रहा है। इसका सबूत भी झामुमो के पास है। समय आने और जरूरत पड़ने पर इसे सामने लाया जायेगा।