चतरा। एक लंबे अंतराल के बाद चतरा में टीपीसी संगठन फिर से सक्रिय होने लगा है। संगठन के उग्रवादियों के द्वारा अलग-अलग नाम से कोयला समेत अन्य कारोबार से जुड़े कारोबारियों को लेवी के लिए धमकी भरा कॉल और मैसेज आने का सिलसिला शुरू हो गया है। तीन दिन पहले ही टीपीसी उग्रवादियों ने कोल ट्रांसपोर्टिंग में लगे वाहनों पर गोलीबारी की थी और वाहनों को जलाने की तैयारी भी थी। लेकिन मौके पर पुलिस के आने से उग्रवादी भाग खड़े हुए।

टीपीसी के अभिषेक का नाम चर्चा में
चतरा और रांची बुढ़मू इलाके में इन दिनों टीपीसी उग्रवादी संगठन के अभिषेक का नाम चर्चा में है। अभिषेक नाम का उग्रवादी कारोबारियों को लेवी के लिए कॉल और मैसेज कर रहा है, साथ ही आपराधिक घटनाओं की साजिश भी रच रहा है। पुलिस को कुछ ऐसे लोगों के बारे में जानकारी मिली है, जो टीपीसी उग्रवादियों को कारोबारियों का नंबर उपलब्ध करा रहे हैं।

एनआइए और पुलिस के रडार पर है कई बड़े टीपीसी उग्रवादी
कोल परियोजनाओं से वसूली के मामले में एनआइए और पुलिस को टीपीसी के सरगना ब्रजेश गंझू, आक्रमण, समेत अन्य की तलाश है। एनआइए और झारखंड पुलिस ने इन उग्रवादियों को वांटेड घोषित किया है। हाल के महीने में टीपीसी के बड़े उग्रवादी के पकड़े जाने से संगठन को बड़ा झटका लगा था, जिससे टीपीसी की पकड़ हजारीबाग और चतरा में कमजोर हुई थी। लेकिन लगातार अभियान नहीं चलने और कड़ी कार्रवाई नहीं होने से टीपीसी संगठन एक बार फिर से सक्रिय होने लगा है।

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