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    Home»Top Story»बांग्लादेशी घुसपैठ चुनावी मुद्दा नहीं बल्कि झारखंड की अस्मिता का सवाल है : हिमंता बिस्वा सरमा
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    बांग्लादेशी घुसपैठ चुनावी मुद्दा नहीं बल्कि झारखंड की अस्मिता का सवाल है : हिमंता बिस्वा सरमा

    shivam kumarBy shivam kumarAugust 2, 2024No Comments5 Mins Read
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    भाजपा का मुद्दा विधायक जिताना नहीं बल्कि झारखंड को बचाने का है
    झारखंड सरकार लिख कर दे दे कि राज्य से घुसपैठियों को भगाने की जिम्मेवारी केंद्र सरकार की है, हम विचार करेंगे
    भाजपा हिंदू समाज का घर है, हिंदू समाज एकत्रित होना चाहिए, सुरक्षित रहना चाहिए
    भाजपा अगर हिंदू-मुसलमान कर रही तो कांग्रेस तो केवल मुसलमान-मुसलमान कर रही
    जमशेदपुर। असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा झारखंड के विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा शुक्रवार को जमशेदपुर पहुंचे। जहा उनके पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की और कहा कि झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या बढ़ती जा रही है। डेमोग्राफी का सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि संथाल परगना में आदिवासियों की जमीन पर कब्जा हो रहा है। वहां बांग्लादेशी घुसपैठियों का साम्राज्य स्थापित हो रहा है। अगर हालात नहीं सुधारे गये तो आने वाले 20 साल में झारखंड का मुख्यमंत्री भी कोई घुसपैठिया ही बन जायेगा। संथाल परगना के गांव में जहां आदिवासियों के साथ अत्याचार हो रहा, उनकी जमीन छीनी जा रही वहां पड़ोसी राज्य के मुख्यमंत्री को जाने से रोका जाना यह बताता है कि स्थिति कितनी भयावह है। ऐसा लगता है कि हेमंत सरकार यह मान चुकी है कि पाकुड़ का गोपीनाथपुर झारखंड में नहीं बल्कि बांग्लादेश में है। पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा हेमंत सरकार पर हमलावर दिखे। उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य के संथाल परगना के कई विधानसभा क्षेत्र में घुसपैठियों की समस्या बनी हुई है। कई विधानसभा क्षेत्र में वोटर लिस्ट में 120%से भी ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। झारखंड में वर्ष 1951 में मुस्लिम जनसंख्या सिर्फ 12-14% थी परंतु बांग्लादेश से आये घुसपैठियों के कारण अब जनसंख्या 40-42% हो गयी है। पश्चिम बंगाल में भी तकरीबन 30% मुस्लिम जनसंख्या हो गयी है। मुर्शीदाबाद की एक टीएमसी विधायक जो मुस्लिम हैं वो कह रहे हैं कि मुस्लिम आबादी 70% हो गयी है तो 30% को हम जब चाहे भगा सकते हैं। ऐसी ही घटना पाकुड़ जिले के तारानगर एवं गोपीनाथपुर में हुई। 2 गांव के 50 से ज्यादा परिवार पाकुड़ सदर में आके बैठे हुए हैं। साथ ही मैं गायबथान गया वहां आदिवासी परिवार के जमीन पर घुसपैठियों ने कब्जा कर रखा है, 2015 में ही हाइकोर्ट का फैसला हुआ कि जमीन लौटा दो लेकिन प्रशासन सहयोग नहीं कर रहा है।

    उन्होंने कहा कि राजनीति चलती रहेगी, सरकार आयेगी, जायेगी लेकिन प्रदेश बचाना हम सभी पार्टियों की जिम्मेदारी है। साथ ही, उन्होंने हेमंत सोरेन से अपील करते हुए कहा कि आप घुसपैठियों एवं डेमोग्राफी चेंज के मुद्दों को नजरअंदाज मत कीजिए। अगर अभी नहीं संभले तो 30 साल के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री सदन के अंदर घुसपैठियों के सामने समर्पण करते दिखायी देंगे।

    भाजपा सरकार आने के बाद घुसपैठियों की समस्या पर उन्होंने कहा कि सबसे पहले झारखंड में जनता की बीच इस विकराल समस्या को लेकर एक चर्चा का माहौल बने। उन्होंने झारखंड के स्थानीय पत्रकारों को असम आकर घुसपैठियों की समस्या के बारे में विस्तृत जानकारी लेने को कहा। असम के घुसपैठियों का एक निश्चित पैटर्न है जो हिंदू बहुल गांव में जाकर गौहत्या कर अपनी जगह बनाते हंै और धीरे-धीरे पूरे गांव को भगा देते हैं। यही पैटर्न पाकुड़ जिले में भी देखने को मिला है।

    उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में आने के बाद पहले से झारखंड में मौजूदा जमीन कानून की सहायता से घुसपैठियों को बाहर निकालने की भरपूर प्रयास करेगी। असम के बारे में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने वहां के सारे मदरसों को बंद करके चंडीगढ़ जितना बड़ा क्षेत्र घुसपैठियों से मुक्त कराया है। लेकिन जो क्षति पहुंचनी थी वो पहुंच चुकी है। घुसपैठियों की समस्या में असम पहले स्थान पर, बंगाल दूसरे, झारखंड तीसरे और त्रिपुरा चौथे स्थान पर आ गया है।

    घुसपैठियों की मुद्दा हमारे लिए चुनावी मुद्दा नहीं है ये झारखंड एवं आदिवासियों के भविष्य एवं अस्मिता का मुद्दा है। झामुमो एवं कांग्रेस द्वारा भाजपा पर हिंदू-मुस्लिम करने के आरोप पर उन्होंने कहा कि देश में आजादी के समय से ही हिंदू मुस्लिम का मुद्दा है। कांग्रेस-झामुमो तो हमेशा से ही मुस्लिम वोट बैंक के खातिर काम करती है और देश में हिंदू मुस्लिम एक मुद्दा है और झारखंड में भी यह मुद्दा है।
    राहुल गांधी के जातिगत जनगणना पर उन्होंने कहा कि सबकी जाति पूछने वाले अपनी खुद की जाति नहीं बता पा रहे हैं। उनको ज्यादा गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। संगठन के बैठक पर उन्होंने कहा कि हम चुनाव झारखंड और झारखंड की अस्मिता बचाने के लिए लड़ रहे हैं। ‘घुसपैठ केंद्र का विषय है’ झारखंड सरकार के इस आरोप पर उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन केंद्र को चिट्ठी लिखकर दें कि घुसपैठ की समस्या केंद्र देखे तो उनको हीरो बोलूंगा। केंद्र सरकार अगर कार्रवाई नहीं करती है तो मुझसे सवाल जरूर करें।
    इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा, जिला प्रभारी सह पूर्व विधायक डॉ जीतू चरण राम, प्रदेश मंत्री नंदजी प्रसाद एवं जिला मीडिया प्रभारी प्रेम झा भी मौजूद रहे।

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