– योजनाओं से जुड़े, दूसरों को भी प्रेरित करें
-झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना से जुड़ कर प्रगति का नया रास्ता बनाने की अपील की
-झारखंड अलग राज्य के आंदोलन में शहीद निर्मल दा के योगदान और बलिदान को कभी भूल नहीं सकते
आजाद सिपाही संवादताता
जमशेदपुर। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अमर शहीद निर्मल दा, एक ऐसी शख्सियत थे, जो झारखंड अलग राज्य आंदोलन के एक अहम स्तंभ रहे। अलग राज्य के लंबे समय तक चले संघर्ष में उनका योगदान कभी भूल नहीं सकते हैं। आज उनका बलिदान दिवस है। इस अवसर पर सभी अमर वीर शहीदों को शत-शत नमन। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को अमर वीर शहीद निर्मल महतो जी के 37वें बलिदान दिवस पर उलियान, जमशेदपुर स्थित उनके समाधि स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में उन्हें श्रद्धांजलि दी। प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्यवासियों के हित में कई ऐतिहासिक और निर्णायक कदम उठाये हैं। सरकारी कर्मियों को पुरानी पेंशन योजना लागू कर उनके बुढ़ापे की लाठी प्रदान की है। वहीं बुढ़ापे में कोई पेंशन से वंचित न रहे, इसके लिए सर्वजन पेंशन योजना शुरू की है। ऐसे ही अनेकों योजनाएं हैं, जिसका सीधा फायदा इस राज्य के आदिवासी, दलित, गरीब, मजदूर किसान, महिला और नौजवानों समेत हर वर्ग और तबके को हो रहा है। उन्होंने कहा कि लोग अपनी जरूरत की योजनाओं से जुड़ें। जिन्हें इन योजनाओं की जानकारी नहीं है, उन्हें इसकी जानकारी देकर जुड़ने के लिए प्रेरित करें।
महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए सरकार संकल्पित
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिए सरकार प्रतिबद्ध है महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। महिलाएं आगे बढ़ें, इसके लिए कई योजनाएं हैं। इसी कड़ी में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की शुरूआत हो रही है। इस योजना के अंतर्गत 21 से 50 वर्ष तक की महिलाओं को हर वर्ष 12 हजार रुपये सम्मान राशि दी जायेगी। राज्य की ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को इसका लाभ मिले, इसके लिए इसके आवेदन की प्रक्रिया को काफी सरल रखा गया है। महिलाएं आगे आयें और इस योजना से जुड़ कर अपनी प्रगति का एक नया रास्ता बनायें ।
नौजवानों को बड़े पैमाने पर मिल रहा रोजगार:
हेमंत ने कहा कि राज्य के नौजवानों को सरकारी और निजी क्षेत्र में रोजगार देने के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 20 वर्षों में यहां ना तो नियुक्ति नियमावली ही बनी और ना ही नियुक्तियों को लेकर कोई ठोस प्रयास किये गये। हमारी सरकार नियुक्ति नियमावली बना कर सरकारी विभागों में खाली पड़े पदों पर बड़े पैमाने पर नियुक्तियां कर रही हैं। वहीं, निजी संस्थाओं और संस्थानों में भी हजारों युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है ।
गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। किसी भी गरीब बच्चे की पढ़ाई पैसे की तंगी की वजह से प्रभावित न हो, इसके लिए शिक्षा से जुड़ी कई योजनाएं चल रही हैं। हमारी सरकार ने गुरु जी क्रेडिट कार्ड योजना की शुरूआत की है। इस योजना के तहत बच्चों को 15 लाख रुपये तक का शिक्षा लोन सरकार अपनी गारंटी पर दे रही है। हमारे आदिवासी- दलित गरीब बच्चे पढ़ लिख कर ऊंचे पदों पर पहुंचें, इसी सोच के साथ हम अपनी योजनाओं को धरातल पर उतर रहे हैं।
कार्यक्रम में थे मौजूद:
इस कार्यक्रम में मंत्री चंपाई सोरेन और बन्ना गुप्ता, विधायक रामदास सोरेन, सविता महतो, संजीव सरदार, समीर मोहंती और मंगल कालिंदी के अलावा झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजू गिरि, जिला बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष मोहन कर्मकार समेत अन्य लोग मौजूद थे।