फारबिसगंज/ अररिया। बीते दो दिनों से लगातार नेपाल के तराई व जलग्रहण क्षेत्र में हो रही वर्षा के कारण प्रखंड के पूर्वी भाग होकर बहने वाली नदी नूना के जल स्तर में तेजी से हो रही वृद्धि के कारण निचले भाग में बाढ़ का पानी फैल रहा है।

निचले क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैलने से खेतों में लगी धान की फसल बर्बाद होने की कगार पर है। प्राप्त जानकारी अनुसार नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में बीते दो दिनों से रुक रुक कर हो रही बारिश के कारण अररिया में नूना नदी के जल में लगातार वृद्धि होने के कारण नदियों के किनारे बसे दर्जनों गांव में पानी फैलने से लोगों का जनजीवन प्रभावित हो गया है।

इस बाढ़ के पानी से सबसे ज्यादा परेशानी पशुपालक किसानों को हो रहा है। पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था हो तो कैसे हो। इससे इतर धान के खेतों में लगातार बाढ़ का पानी जमा होने के कारण इसके साथ बह कर आए गाद व बालू के जमे होने से धान के पौधे में गलन पैदा होने लगा है। बाढ़ ग्रसित गांव के ग्रामीण बताते हैं कि नदी की मुख्य धारा को बांधने व सामाजिक वैमनस्य के कारण उत्पन्न स्थिति में पश्चिमी भाग में बांध बनाना इस क्षेत्र की बर्बादी का मुख्य कारण हो गया है। इससे सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल पूर्णरूप से बर्बाद हो रहा है।

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