Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, May 23
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»राज्य»शुभेंदु ने की आरजीकर के प्रिंसिपल को सस्पेंड कर उनकी भूमिका की जांच की मांग
    राज्य

    शुभेंदु ने की आरजीकर के प्रिंसिपल को सस्पेंड कर उनकी भूमिका की जांच की मांग

    shivam kumarBy shivam kumarAugust 12, 2024No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    कोलकाता। महानगर कोलकाता के राजकीय आर.जी. कर अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या के मामले में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने प्रिंसिपल की भूमिका पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने प्रिंसिपल को तत्काल सस्पेंड कर जांच की मांग की है। रविवार रात उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर एक पोस्ट किया। इसमें शुभेंदु ने लिखा, “आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष के प्रशासनिक कार्यों और हाल ही में हुए एक दर्दनाक हादसे के बाद उनकी भूमिका पर गहन सवाल उठ रहे हैं। उनके तुरंत निलंबन और पद से हटाया जाना चाहिए।”

    अधिकारी ने लिखा, “डॉ. घोष का कार्यकाल कई विचित्र घटनाओं से घिरा रहा है। उन्हें पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग द्वारा दो बार प्रिंसिपल पद से हटाया गया था, लेकिन वे रहस्यमय तरीके से अपनी कुर्सी पर बने रहे। एक मामले में उनके हटाने का सरकारी आदेश 48 घंटों के भीतर रद्द कर दिया गया था। एक अन्य मामले में, जब उन्हें मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज स्थानांतरित किया गया, तो वे महज एक महीने में फिर से आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज लौट आए। इसे कुछ लोग उनके उच्च प्रभाव का परिणाम मानते हैं।

    हाल ही में डॉ. घोष के खिलाफ आक्रोश उनके अस्पताल परिसर में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफलता को लेकर है।

    आलोचकों का कहना है कि एक त्रासदी—जिसमें ड्यूटी पर तैनात एक पोस्ट-ग्रेजुएट प्रशिक्षु (पीजीटी) डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना शामिल है—के बाद उनके भ्रामक बयान और लापरवाह रवैया पीड़िता के प्रति उनकी असंवेदनशीलता को उजागर करता है।

    अधिकारी ने आगे लिखा कि इसके अलावा, चल रही जांच की निष्पक्षता को लेकर भी गंभीर चिंताएं हैं। कुछ लोगों का मानना है कि डॉ. घोष के करीबी लोग इस घटना में शामिल हो सकते हैं, और पुलिस जल्दी-जल्दी मामले को सुलझाने में लगी है ताकि असली दोषी बच निकलें। उनके शक्तिशाली संबंधों के कारण यह संदेह और गहरा हो गया है कि जांच निष्पक्ष रूप से नहीं हो रही है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleबंगाल में जारी रहेगा बारिश का सिलसिला
    Next Article आर.जी. कर आंदोलन: अस्पताल की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार एसीपी को हटाया गया
    shivam kumar

      Related Posts

      त्रिपुरा में बांग्लादेशी परिवार के पांच सदस्य गिरफ्तार

      May 22, 2025

      बीएसएफ ने पकड़ा पाकिस्तानी घुसपैठिया, दो ड्रोन बरामद

      May 22, 2025

      इंडिगो इमरजेंसी लैंडिंग: तृणमूल सांसद बोलीं- पायलट को सैल्यूट, जिन्होंने हमें जमीन पर सुरक्षित उतारा

      May 22, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • आतंक की कीमत चुकानी होगी, पाकिस्तान का ‘स्टेट और नॉन-स्टेट’ एक्टर का नाटक नहीं चलेगाः प्रधानमंत्री
      • फरीदाबाद में मिला कोरोना संक्रमित, स्वास्थ्य विभाग सतर्क
      • कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में विकास करना प्राथमिकता: विधायक
      • जेपीएससी नियुक्ति घोटाला मामला : डीएसपी शिवेंद्र की अग्रिम जमानत पर अब 23 मई को सुनवाई
      • प्रधानमंत्री ने झारखंड के तीन अमृत भारत रेलवे स्टेशनों का भी किया उद्घाटन
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version