कोलकाता। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों हिंदुओं, बौद्ध और ईसाइयों की सुरक्षा के मामले में कूटनीतिक दबाव कारगर न होने पर पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय ने सैन्य कार्रवाई की मांग की है।
गुरुवार को उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “अगर बांग्लादेश जानबूझकर अपने हिंदू-बौद्ध-ईसाई अल्पसंख्यकों की सुरक्षा नहीं करता है, अगर वे उन्हें इस्लामिक कट्टरपंथियों के हाथों में छोड़ देते हैं, और इसके कारण उन्हें भारत में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ता है, तो इसका लाभ बांग्लादेश को होगा और नुकसान भारत का होगा। भारत क्यों इस नुकसान को सहन करे? इसलिए भारत को चाहिए कि वह जबरदस्त कूटनीतिक दबाव बनाए, ताकि ये अल्पसंख्यक सुरक्षित रूप से वहां रह सकें। अगर कूटनीतिक दबाव काम नहीं करता, तो सैन्य कार्रवाई की जानी चाहिए। आप मेरे पड़ोस में बैठकर मेरा नुकसान करेंगे, और मैं आपके प्यार में डूबा इसे सहता रहूंगा, ऐसा नहीं हो सकता।”
तथागत रॉय के इस बयान ने कूटनीतिक हलकों में एक नई बहस को जन्म दे दिया है।