ग्रामीणों का छलका दर्द व सिस्टम की कार्यशैली पर आक्रोशित…..
बरवाडीह। बरवाडीह प्रखंड मुख्यालय के बरवाडीह मेदिनीनगर मुख्य पथ स्थित धङधड़ी नदी के समीप सबसे पुराने श्मशान घाट की भूमि पर इन दिनों भू माफियाओं द्वारा किए जा रहे अतिक्रमण को लेकर लगभग एक सफ्ताह पूर्व अंचलाधिकारी व एसडीपीओ को लिखित आवेदन देकर सेकड़ो की संख्या में ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग की थी।लेकिन लगभग एक सफ्ताह बीत जाने के बाद भी कार्रवाई की कोई सुगबुगाहट भी शुरू नही हुई।और माफिया के द्वारा जमीन का भरावट व समतलीकरण किया जा रहा है।जिसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिल रहा है।ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारी व जनप्रतिनिधि पूरी तरह से इस मामले पर मौन दिख रहे।क्या माफियाओ को इनके द्वारा भी सह दिया जा रहा है।या फिर कुछ और मामला है।उधर दूसरी और इसे लेकर मंगलवार की शाम पुरानी बस्ती में इस मुद्दे को लेकर एक आपात बैठक बुलाई गई।जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए।

इस सम्बंध में मिली जानकारी के अनुसार अधिकारियों को एक लिखित आवेदन दिया गया था।जिसमें 24 घंटे के भीतर अतिक्रमण हटाने की मांग की गई थी। लेकिन लगभग एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसका नतीजा हुआ कि माफिया अब और बेखौफ होकर नदी और श्मशान घाट की पवित्र भूमि पर कब्जा जमाने में लगे हैं।बैठक की अध्यक्षता प्रसिद्ध व्यवसायी शिवनारायण प्रसाद उर्फ बबलू ने की। उन्होंने बताया कि अब चुप बैठना आत्मघात होगा।उधर बैठक के दौरान दूसरे पक्ष के लोगों ने दो दिन में अतिक्रमण हटाने का भरोसा दिया। जनता ने फिलहाल उन्हें मौका देने पर सहमति जताई। फैसला लिया गया कि आपसी सहयोग से नदी की घेराबंदी की जाएगी, ताकि श्मशान भूमि व नदी दोनों सुरक्षित रह सके। बैठक में ईश्वरी प्रसाद, महेंद्र प्रसाद, बीरेंद्र प्रसाद, नवल प्रसाद, गणेश साव, महेंद्र साव, विशुन प्रसाद, अमित सोनी, सुजीत सोनी, राजवर्धन सिंह, रवि सिंह, शशि सिंह, मुखिया प्रत्याशी पूरण सिंह, वार्ड सदस्य सत्येंद्र सिंह, गोलू, ज्ञान, विक्की और रौशन कुमार समेत कई लोग मौजूद रहे।

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