देवघर। देवघर की शिक्षिका श्वेता शर्मा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के लिए चयनित हुई हैं। देशभर से 45 शिक्षकों का चयन किया गया है जिसमे झारखंड से एकमात्र शिक्षक का चयन राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए हुआ है। नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में पांच सिंतबर को राष्ट्रपति 45 शिक्षकों को सम्मानित करेंगी। श्वेता शर्मा वर्तमान में विवेकानंद मध्य विद्यालय, देवघर की शिक्षिका हैं। श्वेता शर्मा को पढ़ाई और बच्चों से बहुत लगाव है। श्वेता बताती हैं कि राष्ट्रीय स्तर के चयन के लिए ज्यूरी के समक्ष सात मिनट में अपनी बात रखनी थी। ज्यूरी ने उनसे कहा कि प्राइमरी टीचर खासकर पहली और दूसरी कक्षा के शिक्षक के प्रति धारणा अलग होती है। लेकिन आपने खुद को अपग्रेड और अपडेट किया। भारत सरकार के गाइड लाइन के मुताबिक बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाया। साथ ही दूसरे स्कूल के शिक्षकों को भी अपने अनुभव से अपडेट और अपग्रेड करने की कोशिश किया। श्वेता ने कहा कि उनके चयन का यही सबसे बड़ा आधार रहा है।

वर्ष 2017 में जिला स्तरीय श्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार, 2018 में राज्य स्तर पर सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार और 2021 में राष्ट्रीय आईसीटी अवार्ड से श्वेता शर्मा सम्मानित हो चुकी हैं। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित होने पर श्वेता शर्मा को बधाई देने वालों का ताँता लगा है। श्वेता शर्मा को पढ़ाई और बच्चों से बहुत लगाव है। वह बताती हैं कि राष्ट्रीय स्तर के चयन के लिए ज्यूरी के समक्ष सात मिनट में अपनी बात रखनी थी। भारत सरकार ने 2023 में जादुई पिटारा लांच किया। उसमें 52 आइटम थे। सभी राज्यों को कहा गया था कि वह अपने स्टेट के अनुसार पिटारा को तैयार करे। बस क्या था श्वेता ने अभिभावक, जन सहयोग और कुछ अपने वेतन की राशि खर्च कर पिटारा बनाया और उसका नाम दिया अबुआ जादुई पिटारा। इसमें सोहराय, बैद्यनाथ पेंटिंग, कपड़ा का पुतला, झांझर, डफली जैसे पांच वाद्य यंत्र को रखा। अब इससे बच्चों को पढ़ाने लगी। ना सिर्फ अपने स्कूल के बच्चों को पढ़ाने लगी बल्कि स्टेट ट्रेनर होने के नाते राज्य के शिक्षकों को अपने पिटारा से अवगत कराने लगी।

श्वेता बीएससी बीएड हैं। इग्नू से अंग्रेजी भाषा में एमए किया है। पिछले 21 वर्षों से सरकारी शिक्षिका के रूप में कार्यरत। वर्ष 2017 में जिला स्तरीय श्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार, 2018 में राज्य स्तर पर सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार और 2021 में राष्ट्रीय आईसीटी अवार्ड से सम्मानित हो चुकी हैं। राज्यस्तरीय सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी समूह एवं दीक्षा पोर्टल पर कंटेंट क्रिएटर और एनिमेटर हैं। अभी तक दीक्षा एप के लिए 50 से अधिक एवं डिजिस्कूल के लिए 75 से अधिक ई-कंटेंट का निर्माण कर चुकी हैं।

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