प्रयागराज। विश्व प्रसिद्ध प्रयागराज में बीते तीन दिनों से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। संगम क्षेत्र में स्थित बंधवा के लेटे हनुमान जी महाराज इस वर्ष चौथी बार स्नान किया। नदियों के किनारे बसने वाले लोगों में भय है कि कहीं फिर घर छोड़कर दूसरे स्थान पर शरण लेना न पड़ जाय। संभावित बाढ़ को लेकर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देश दिया है।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने बताया कि मंगलवार सुबह 8 बजे तक प्रयागराज के यमुना नदी के नैनी में जलस्तर 82.85 मीटर तक पहुंच गया है। बीते चौबीस घंटे के दौरान 288 सेन्टी मीटर जलस्तर बढ़ा है। इसी तरह गंगा नदी के फाफामऊ में 80.82 मीटर तक पहुंच गया है। यहां लगभग 143 सेंटीमीटर जलस्तर की वृद्धि दर्ज की गई है। इसी तरह बक्सी बांध के पास 82.77 मीटर पर जलस्तर पहुंचा। यहां 222 सेंटीमीटर जलस्तर की वृद्धि हुई है। प्रयागराज से वाराणसी की ओर गंगा में 82.08 मीटर जल स्तर पहुंचा गया है। बीते चौबीस घंटे में 286 सेन्टीमीटर जलस्तर बढ़ा है।
उन्होंने बताया कि केन्द्रीय जल आयोग, निचली यमुना मण्डल, आगरा एवं अधिशाषी अभियंता बाढ़ कार्य खण्ड, प्रयागराज ने अवगत करा दिया है कि चम्बल नदी का जलस्तर धौलपुर से 23 अगस्त को 615338 क्योसेक जल निर्वहन किया जा रहा है, जिसकी वजह से गंगा एवं यमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। बाढ़ से निपटने के लिए सभी तैयारियां की गई है। जिम्मेदार अधिकारी सतर्क है।