नई दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक ‘SBI’ ने अपने 42 करोड़ खाताधारकों को बड़ी खुशखबरी दी है। बैंक ने अपनी पालिसी में बड़ा बदलाव करते हुए मिनिमम अकाउंट बैलेंस रखने में की सीमा घटा दी है। मतलब अब आपको अपने खाते में मिनिमम पांच हजार रुपये रखना जरुरी नहीं है।
दिवाली से पुर्व भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने खाताधारकों को बड़ा गिफ्ट दिया है। सरकारी बैंक ने अपने मिनिमम अकाउंट बैलेंस के नियमों में बदलाव करते हुए मिनिमल बैलेंस रखने की सीमा को 5 हजार से घटाते हुए 3 हजार कर दिया है।
यह नियम एक अक्टूबर 2017 से प्रभावी होगा। बैंक की ओर से बताया गया है कि नए नियमों के अनुसार मेट्रो सेंटर्स में मिनिमम अकाउंट बैलेंस की लिमिट 5 हजार रुपए से घटाकर 3 हजार रुपये कर दी है। वहीँ अर्बन, सेमी-अर्बन और रुरल सेंटर्स की लिमिट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
मेट्रो और अर्बन दोनों में ही अब लिमिट 3 हजार रखी गयी है। बैंक के इस कदम का करीब 5 करोड़ खाताधारकों को फायदा होगा। इसके साथ ही मेट्रो और अर्बन सेंटर्स कैटेगरी में मिनिमम बैलेंस न रखने पर लगने वाले चार्ज को भी कम करके हर महीने मेट्रो सेंटर्स में 50 रुपए और अर्बन सेंटर्स में 30 रुपए का चार्ज कर दिया गया है।
वहीँ सेमी-अरबन 20 रुपये और रूरल सेंटर्स पर 40 रुपये चार्ज लगेगा। बतादें कि बैंक के पास अभी 42 करोड़ बचत खाताधारक हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री जनधन योजना के खातों में मिनिमम बैलेस रखने का कोई नियम नहीं है। इस खातों को इससे दूर रखा गया है।