दुमका। पाकुड़ के पूर्व एसपी अमरजीत बलिहार और पांच पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में दोषी करार दिए गए दोनों नक्सली सुखलाल उर्फ प्रवीर दा और सनातन बास्की को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। कड़ी सुरक्षा के बीच दोनों को कोर्ट लाया गया था। जहां जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश मो. तौफिकुल हसन की अदालत में सुनवाई हुई है। उसके बाद उन्होंने दोनों को फांसी की सजा सुनाई है। सुबह से ही दुमका कोर्ट में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
गौरतलब है कि इसी महीने छह सितम्बर को दुमका के जिला एवं अपर न्यायाधीश चतुर्थ मोहम्मद तौफिकुल हसन की अदालत ने इस मामले के में दो आरोपियों को दोषी पाया था। इसमें सात आरोपी थे।लेकिन पांच आरोपियों को सबूत के अभाव में रिहा कर दिया गया था। दोषी करार दिए गए सुखलाल मुर्मू उर्फ प्रवीर दा गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाना के बरवाडीह गांव का रहने वाला है। जबकि सनातन बास्की दुमका जिले के काठीकुंड थाना के चिरुडीह गांव का निवासी है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि 2 जुलाई 2013 को पाकुड़ के पूर्व एसपी अमरजीत बलिहार दुमका डीआईजी प्रिया दुबे के साथ मीटिंग कर जब वापस पाकुड़ लौट रहे थे। उस वक्त काठीकुंड थाना के जमनी पुल के पास घात लगाये नक्सलियों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी। इस फायरिंग में एसपी के पांच सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए थे।