धनबाद। बलियापुर खुशबू मंडल हत्याकांड में विधायक फूलचंद मंडल के पुत्र आशीष मंडल पर हत्या का शक और भी गहरा होता जा रहा है। आत्महत्या या हत्या के बिंदु पर जांच कर रही पुलिस को कई अहम सुराग मिले हंै। लेकिन विधायक द्वारा जांच को प्रभावित करते देख धनबाद एसएसपी मनोज रतन चोथे ने विशेष जांच टीम (एसआइटी) गठित कर दी है। यह टीम सिटी एसपी पीयूष पांडेय की निगरानी में काम करेगी। इसमें सिंदरी डीएसपी प्रमोद केसरी भी शामिल हैं। इसके साथ ही भाजपा विधायक फूलचंद मंडल का सिरदर्द बढ़ गया है। खुशबू प्रकरण को लेकर राजनीतिक विरोधी विधायक पर निशाना साधने में जुट गये हैं। इससे सिंदरी विधानसभा क्षेत्र की राजनीति तल्ख हो गयी है। रविवार को खुशबू की मां ने पुलिस पर कोताही बरतने का आरोप लगाया है। खुशबू की मां उस तालाब में नहाने गयी थी, जहां खुशबू का दाह संस्कार हुआ था। लेकिन मां की आंखों से आंसू बहने लगे। वहीं खुशबू की सहेली सोनाली मंडल (जिसने खुशबू के साथ जहर खाया था और बाद में बच गयी थी) की मां वहां पहुंची और कहा कि मेरे सपोर्ट में आठ-आठ थाने की पुलिस है। तुम कुछ भी कर लो, तुम्हें इंसाफ नहीं मिलेगा। यह सुन खुशबू की मां रोते हुए घर पहुंची और परिजनों को पूरी बात बतायी। आक्रोशित घर के लोग सोनाली की मां से लड़ने घर से निकल ही पड़े थे कि गांव के लोगों ने उन्हें रोक लिया। मौके पर पुलिस भी पहुंच गयी और हंगामा होने से बच गया।
आशीष ने हत्या के लिए बुलाया था खुशबू को
खुशबू के शरीर पर मिले जख्म के निशान और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट हो गया है कि यह आत्महत्या नहीं हत्या है। खुशबू के गाल पर नाखून से दबाने के निशान हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि जहर खिलाने के लिए उसके जबड़े को दबाया गया था। वहीं उसकी सहेली को काफी कम मात्रा में जहर दिया गया था ताकि लोगों को पूरा मामला आत्महत्या का लगे। खुशबू के परिजनों ने बताया कि सोनाली उसे घर से बुला कर ले गयी थी। पूछने पर बताया था कि मेरी परीक्षा है, पढ़ने में खुशबू मेरी मदद करेगी। लेकिन होश में आते ही सोनाली में कहा कि आशीष ने उसे खुशबू को मंदिर में लाने के लिए कहा था। पुलिस को शक है कि आशीष ने जबरन खुशबू पर विवाह करने का दबाव बनाया और नहीं मानने पर उसकी हत्या कर दी। सोनाली के होश में आने की सूचना पर आशीष भागता हुआ अस्पताल पहुंचा था और बताया था कि खुशबू उसकी दूर की रिश्तेदार है।
प्रेम प्रसंग की चर्चा
घटना के बाद पुलिस ने खुशबू की कई सीहेलियों से पूछताछ की। पता चला कि खुशबू को कोई लड़का जबरन प्रेम करने के लिए परेशान कर रहा था। पुलिस को शक है कि कहीं वह लड़का आशीष तो नहीं। हालांकि घटनास्थल पूरी घटना को बताता है। किस तरह लड़की को मारा गया और उसे आत्महत्या करार देने का प्रयास किया गया, यह जांच में स्पष्ट हो चुका है। आशीष के कॉल डिटेल के आधार पर भी कई साक्ष्य पुलिस को मिले हैं। आशीष लगातार खुशबू को फोन करता था। हालांकि आशीष एक शादीशुदा व्यक्ति है, लेकिन कई महिलाओं के साथ उसका संबंध रह चुका है। हाल के दिनों में निरसा की एक मुखिया के साथ भी उसे काफी बार देखा गया है। चर्चा है कि मुखिया के साथ भी उसके गहरे संबंध हैं।
क्या है खुशबू प्रकरण
बलियापुर थाना के खेततांड़ गांव की दो युवती खुशबू मंडल और सोनाली मंडल ने 29 अगस्त को राधा-कृष्ण मंदिर में सल्फॉस की गोली खा ली थी। दोनों गांव के मंदिर के पास बेहोश पायी गयी थी। खुशबू की मौत हो गयी, जबकि इलाज के बाद सोनाली बच गयी। सोनाली ने होश में आते ही बताया था कि विधायक पुत्र आशीष के कहने पर वह खुशबू को लेकर मंदिर गयी थी। इस प्रकरण में सिंदरी के विधायक फूलचंद मंडल के पुत्र आशीष मंडल का नाम उछला है। खुशबू के पिता विजय मंडल को आशंका है कि उसकी बेटी की जहर खिला कर हत्या की गयी। वह पुलिस जांच की मांग की थी। इसके बाद एसएसपी मनोज रतन चोथे ने जांच के लिए एसआइटी गठित की है। सिटी एसपी की निगरानी में डीएसपी प्रमोद केसरी मामले की जांच करेंगे। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
डैमेज कंट्रोल में जुटे विधायक, उनके परिजन
खुशबू प्रकरण के तूल पकड़ने के बाद भाजपा विधायक फूलचंद मंडल और उनके पुत्र आशीष मंडल डैमेज कंट्रोल में जुट गये हैं। शनिवार को विधायक के पुत्र आशीष मंडल ने संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि इस प्रकरण में मेरा नाम बेवजह घसीटा जा रहा है। मेरे पिता विधायक फूलचंद मंडल की छवि खराब करने के लिए राजनीतिक कारणों से मुझे टारगेट किया जा रहा है। विधायक ने घटना के बाद ही एसएसपी को चिट्ठी लिखकर जांच की माग की थी। छवि धूमिल करने के पीछे मासस नेता पूर्व विधायक आनंद महतो के पुत्र बबलू महतो हैं, जो आगामी चुनाव को ध्यान में रखकर कर ऐसा कर रहे हैं। इससे एक दिन पहले शुक्रवार को विधायक फूलचंद मंडल ने भी मीडिया के सामने आकर कहा कि खुशबू प्रकरण में उनके बेटे का नाम बेवजह घसीटा जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि मासस के इशारे पर खुशबू के परिजनों को उकसाया जा रहा है।