रांची। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत के सपने को झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास मूर्त रूप दे रहे हैं। पिछले चार वर्षों में झारखंड सरकार ने स्वच्छता आंदोलन को मुकाम तक पहुंचाया है। कहा कि वर्ष 2014 में झारखंड 16 प्रतिशत ओडीएफ था, आज 96 प्रतिशत हो गया है। यह रिकार्ड है और इसके लिए मुख्यमंत्री और अधिकारियों के साथ-साथ झारखंड की जनता को साधुवाद है। उपराष्ट्रपति नामकुम प्रखंड के लालखटंगा में स्वच्छ भारत कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि स्वतंत्रता से भी अधिक महत्वपूर्ण है स्वच्छता। यह राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। जनांदोलन है। झारखंड सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान को जनांदोलन का रूप देकर उत्कृष्ट सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने झारखंड से ही आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की। बीमारी के कारण देश के पांच करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे चले गये। कहा कि स्वच्छता वस्तुत: भारत को आयुष्मान बनाने का सफल कदम है।
दो अक्टूबर को गांधी के चरणों में होगा झारखंड : रघुवर
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि दो अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चरणों में झारखंड को समर्पित करेंगे। झारखंड पूरी तरह से खुले में शौच से मुक्त हो जायेगा। कहा कि प्रधानमंत्री ने देशवासियों का आह्वान किया था कि दो अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर स्वच्छ भारत उनके चरणों में सौंपेंगे। प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेकर हमने एक वर्ष पहले यह कार्य पूरा करने का निर्णय लिया था। झारखंड 96 प्रतिशत खुले में शौच से मुक्त हो गया है। दो अक्टूबर तक बचे हुए चार प्रतिशत को भी पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य में जल सहिया, सखी मंडल ने समर्पित होकर काम किया है। झारखंड की रानी मिस्त्री ने तो कमाल ही कर दिखाया है। प्रधानमंत्री ने भी रानी मिस्त्री के कार्यों की सराहना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में जितनी भी जल सहिया बहनें हैं, उन्हें सरकार साड़ी देगी। कहा कि शौचालय तो बन गये हैं, अब इसके उपयोग के लिए लोगों को जागरूक करना है। जल सहिया दो अक्टूबर से 30 जनवरी तक लोगों को शौचालय का उपयोग करने के लिए जागरूक करें। स्वच्छ झारखंड और स्वस्थ झारखंड बनाने के लिए काम करें।
डीप बोरिंग से घर-घर पानी देंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार डीप बोरिंग कर घर-घर पानी पहुंचायेगी। स्वजल धारा के माध्यम से यह कम किया जायेगा। इसके लिए 49 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। कहा कि वर्ष 2022 तक हर घर में पाइप लाइन से पानी पहुंचाया जायेगा। किसी को नदी-नाला या चापाकल तक नहीं जाना पड़ेगा।
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