रांची। रिम्स में मरीज के परिजनों और जूनियर डॉक्टरों के बीच मार-पीट का मामला कोई नयी बात नहीं है। यहां आये दिन इस तरह का वाकया होते रहता है, लेकिन नये वाकये में एक जूनियर डॉक्टर ने परिजन को सिर्फ इसलिए पीट दिया कि उसने अपने मरीज का इलाज जल्द शुरू करने के लिए क्यों कहा! जूनियर डॉक्टर की इस गुंडई का वीडियो भी वायरल हुआ है।

  • रिम्स में परिजन ने इलाज के लिए कहा, तो दौड़ा-दौड़ा कर पीटा

दरअसल, अपने मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचा परिजन रिम्स के इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर से जल्द इलाज शुरू करने का आग्रह करता है। इसी बात को लेकर जूनियर डॉक्टर उखड़ जाता है। वह परिजन को जोर-जोर से डांटने लगता है। हल्ला सुन कर गार्ड मौके पर पहुंचते हैं और परिजन को मौके से अलग ले जाते हैं। उसी दौरान डॉक्टर पीछे से दौड़ते हुए आता है और परिजन पर टूट पड़ता है। वह परिजन को दौड़ा-दौड़ा कर पीट रहा है और गाली-गलौज कर रहा है।

उस वीडियो को देख कर कोई भी व्यक्ति उत्तेजित हो सकता है। वीडियो वायरल होने के बाद यह मांग उठने लगी है कि कोई डॉक्टर तो इस तरह से मरीज के परिजन के साथ नहीं कर सकता है। डॉक्टर की वर्दी में यह कोई गुंडा ही हो सकता है। इसे रिम्स से बर्खास्त किया जाना चाहिए। सवाल है कि जब डॉक्टर जनता के पैसे से पढ़ाई करता है। तनख्वाह भी लेता हैं, लेकिन जब जनता इनके यहां इलाज के लिए पहुंचती है, तो उसे दौड़ा कर पीटता है।

गाली-गलौज करता है। अगर मरीज के परिजन डॉक्टर को पीट दे, तो तुरंत डॉक्टर हड़ताल पर चले जाते हैं। इस दौरान मरीजों की जान तक चली जाती है। आइएमए भी आंदोलन पर उतर आता है, लेकिन जब डॉक्टर गुंडई करता है, किसी डॉक्टर के मुंह से भर्त्सना के दो बोल नहीं निकलते। उम्मीद की जानी चाहिए कि इस गुंडई पर स्वास्थ्य मंत्री और प्रधान सचिव कुछ न कुछ कड़ा एक्शन जरूर करेंगे।

एक ओर जहां बीमारी से परेशान मरीज इलाज कराने इस सोच के साथ रिम्स आते हैं कि यह राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल है। वहीं दूसरी ओर उन्हें डॉक्टरों की बेरहमी का शिकार होना पड़ता है। डॉक्टरों की गुंडई का ऐसा ही एक मामला रविवार को सामने आया। दरअसल,चुटिया थाना क्षेत्र में अभिजीत कुमार नामक एक शख्स को गोली लगी थी और उसे रिम्स के एमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था।

उस वक्त जूनियर डॉक्टर ड्यूटी पर थे। परिजन की गलती सिर्फ इतनी थी कि वह डॉक्टर से जल्द इलाज करने की बात कह दी। बस क्या था डॉक्टर साहब को इतना गुस्सा आया, कि उन्होंने आव देखा ना ताव और पीड़ित के परिजन की बेरहमी से पिटाई कर दी। इतना ही नहीं डॉक्टर ने उस व्यक्ति को पीटते-पीटते रिम्स से बाहर निकाल दिया।

डॉक्टर ने कहा: रिम्स क्यों आये, कहीं और ले जाते: इस गुंडे डॉक्टर ने हाथ तो चलाये ही। साथ ही गाली-गलौज भी की। यहां तक कहा कि उस व्यक्ति को इलाज के लिए रिम्स लेकर क्यों आया। कहीं और ले जाते। रिम्स के गॉर्ड और डॉक्टर सभी मिलकर उस व्यक्ति को पीटने पर उतारू थे। उस व्यक्ति ने सिर्फ इतना ही कहा था कि डॉक्टर साहब आप इलाज जल्दी किजिए। मिली जानकारी के अनुसार उक्त डॉक्टर आर्थो विभाग का है।

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