Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, July 18
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»राज्य»मध्य प्रदेश»बेरोजगारी से संबंधित आत्महत्या के मामले 10 साल में 20 गुना बढ़े
    मध्य प्रदेश

    बेरोजगारी से संबंधित आत्महत्या के मामले 10 साल में 20 गुना बढ़े

    azad sipahi deskBy azad sipahi deskSeptember 2, 2018Updated:September 2, 2018No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    भोपाल। सरकारों के तमाम दावों और वादों के बावजूद देश सहित मध्यप्रदेश में बेरोजगारों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बेरोजगारों के लिए लामबंदी करने वालों का दावा है कि, देश में बेरोजगारी के चलते एक दशक में आत्महत्या के मामलों की संख्या 20 गुना बढ़ गई है।

    बेरोजगार सेना के प्रमुख अक्षय हुंका और समाजवादी पार्टी (सपा) की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने यहां गांधी भवन में रविवार को बेरोजगार पंचायत में बढ़ती बेरोजगारी पर पत्रकारों से चर्चा की।

    उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से बेरोजगारों की संख्या को लेकर जारी होने वाली रिपोर्ट 2015 से बंद है। इससे पहले देखें तो पता चलता है कि वर्ष 2005 से 2015 के दौरान बेरोजगारी से तंग आकर आत्महत्या करने वालों की संख्या में 20 गुना का इजाफा हुआ था। बीते तीन साल में यह आंकड़ा कहां पहुंचा होगा, कहा नहीं जा सकता।’’

    हुंका और पाठक ने दावा किया, ‘‘वर्तमान में हर रोज दो लोग बेरोजगारी के चलते आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं, मगर सरकारों को इससे कोई लेना-देना नहीं है। यही कारण है कि बेरोजगारों को एकजुट करने का अभियान चलाया गया है।’’

    पाठक ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘केंद्र में सत्ता में आने से पहले प्रधानमंत्री और उनके दल के लोगों ने हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने की बात कही थी, मगर बीत साढ़े चार साल में भी दो करोड़ लोगों को रोजगार नहीं मिला है। अब सरकार स्वरोजगार जैसे पकौड़े बनाने की बात कहने लगी है। मुद्रा योजना, स्टार्ट-अप का बुरा हाल हुआ है। ये योजनाएं पूरी तरह असफल हुई हैं।’’

    पाठक ने बताया, ‘‘सरकारी नौकरियों की संख्या लगातार घट रही है, जो भर्ती हो भी रही है, उनमें सिर्फ घपले और घोटाले ही हो रहे हैं। मध्यप्रदेश में हुआ व्यापमं, उसके बाद पीएससी आदि में हुए घोटाले चर्चाओं में हैं। वहीं निजी कारखानों में भी नौकरियां नहीं हैं। बेरोजगारों के सामने समस्या खड़ी हो गई है कि वे आखिर करें क्या। उन्हें उनकी योग्यता के मुताबिक न काम मिल रहा है और न ही वेतन।’’

    हुंका ने कहा, ‘‘राज्य में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार झूठ गढ़ने में लगे हुए हैं। चौहान ने एक दिन में एक लाख युवाओं को रोजगार देने का दावा किया, मगर हकीकत क्या है, यह पूरा प्रदेश जानता है। युवाओं को नियुक्ति पत्र नहीं दिए गए, बल्कि अवसर पत्र (लेटर आॅफ इंटेक्ट) दिए हैं। वास्तव में यह सिर्फ एक कागज मात्र है।’’

    आत्महत्या बेरोजगारी
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleशंघाई की तर्ज पर विकसित होंगे झारखंड के शहर: सीएम रघुवर
    Next Article तेलंगाना विधानसभा भंग करने पर फैसला नहीं
    azad sipahi desk

      Related Posts

      मप्र के शहडोल में अवैध कोयला खदान धंसी, दंपति की दबने से मौत

      February 17, 2025

      मप्र की दो छात्राओं ने नीट-यूजी के परीक्षा परिणाम पर उठाए सवाल, पहुंची हाईकोर्ट

      June 8, 2024

      मप्र के नर्सिंग घोटाले की जांच में भी गड़बड़झाला, सीबीआई ने 31 जगह मारे छापे

      May 21, 2024
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • कोलकाता में ईडी ने वैध दावेदार को लौटाई 9.56 करोड़ की संपत्तियां
      • अपराधियाें ने पारस हॉस्पिटल में घुसकर मारी गाेली, सांसद ने की राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
      • बांग्लादेश ने तीसरे टी-20 में श्रीलंका को 8 विकेट से हराया, सीरीज़ 2-1 से जीती
      • ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए वेस्टइंडीज टीम घोषित, ज्वेल एंड्रू और जेदियाह ब्लेड्स को पहली बार मौका
      • भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा एक दिन के लिए स्थगित
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version