रामगढ़। रामगढ़ हजारीबाग सीमा पर स्थित चिंतपूर्णी स्टील एंड आयरन प्लांट में प्रबंधन की लापरवाही की वजह से मजदूर जिंदा जल गया है। यह आरोप मृतक विकास यादव के साथ काम कर रहे मजदूरों ने लगाया है। मृतक विकास यादव बिहार राज्य के बांका जिला अंतर्गत कलीकिशनपुर गांव का रहने वाला था। गुरुवार को प्लांट के अंदर मजदूर कैद मजदूर सियाराम यादव, रवि यादव, सौरव यादव, सनी ने बताया कि बुधवार की रात जब हादसा हुआ था, उस दौरान सभी मजदूर सकते में आ गए थे। हर कोई वह हृदय विदारक घटना देखकर कांप रहा था। जब चरही थाना प्रभारी प्लांट पहुंचे तो उन्होंने लाश उठाने के लिए मजदूरों को ही गोली मारने तक की धमकी दे डाली।
मजदूरों ने कहा कि प्लांट प्रबंधन की लापरवाही की वजह से मजदूर जिंदा जलकर मर गया। प्रबंधन के द्वारा उनके साथ बंधकों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। लाश उठाने के दौरान जब मुआवजे की बात की गई, तो उस दौरान प्लांट प्रबंधन और पुलिस कर्मियों के द्वारा गोली मारने तक की धमकी दी गई।
मृतक विकास के साथ काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि लोहा गलाने वाली भट्टी के पास विकास की ड्यूटी लगी थी। वह पूरा माल भट्टी के अंदर डालने का काम कर रहा था। इसी दौरान वह सीधे भट्टी में ही जा गीरा। हादसे के बाद से ही मजदूरों को प्लांट के बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई है। प्लांट का मुख्य गेट पूरी तरीके से बंद कर दिया गया। मजदूरों को खाना और पानी तक भी मुहैया नहीं कराया जा रहा है।
मजदूरों के आरोपों को चरही थाना प्रभारी आनंद आजाद ने बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि घटना के बाद वे मामले की जांच करने गए थे। उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग सदर अस्पताल भेज दिया गया है। मृतक के परिवार वालों से भी संपर्क किया गया है। प्रबंधन ने मुआवजा देने की बात भी कही है।





