आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। भाजपा के राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश और आदित्य साहू सोमवार को ओरमांझी के सदमा गांव पहुंचे। दोनों नेताओं ने 5 सितंबर को प्लस टू स्कूल में नौवीं की छात्राओं के साथ हथियार के बल पर हुए छेड़खानी की घटना की जानकारी ली। उन्होंने पीड़ित छात्राओं, परिजनों और शिक्षकों से बातचीत की। दीपक प्रकाश और आदित्य साहू ने कहा कि स्कूलों में विशेष समुदाय के युवकों द्वारा छात्राओं के साथ हथियार के बल पर दोस्ती करने की घटना निंदनीय है। झारखंड में तुष्टिकरण की आग रोज नए नए स्वरूप धारण कर रहा है और इसे हेमंत सरकार और सरकार में शामिल कांग्रेस का मौन समर्थन प्राप्त है। उन्होंने मांग की है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिये जल्द से जल्द आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए। उधर ग्रामीणों ने यह तय किया है कि ओरमांझी में अपराधी प्रवृति के लोगों का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा और उनका हुक्का पानी बंद किया जाएगा। दीपक प्रकाश ने कहा कि स्कूल के स्टूडेंट और शिक्षक इस घटना के बाद से डरे हुए हैं। शिक्षा के मंदिर में ऐसी घटना का होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं राज्य में बढ़ती जा रही है। सरकार विशेष समुदाय को वोट बैंक के तौर पर देखती है। यही कारण है कि तुष्टिकरण की आग आज राज्य के सरकारी स्कूलों में घुस चुकी है। हेमंत सरकार अपनी तुष्टिकरण की राजनीति से बाज आए नहीं तो जनता उन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार है। आदित्य साहू ने कहा कि राज्य में अपराधी और मनचले बेखौफ हैं। जब से राज्य में हेमंत सरकार आई है ऐसी हजारों घटनाएं घट चुकी है। बेटी-बहनों की हत्याएं हो रही। उनकी आबरू लूटी जा रही है और सरकार मौन है। ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों पर कड़ी कार्रवाई होती तो यह दिन नहीं आती। सरकार की तुष्टिकरण की नीति के कारण यह सब हो रहा है। इस घटना से ओरमांझी के लोगों में काफी आक्रोश है। लोग सड़क पर उतरेंगे तो उन्हें कंट्रोल करना मुश्किल हो जाएगा।
दीपक प्रकाश और आदित्य साहू पहुंचे सदमा, आरोपियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट से सजा दिलाने की मांग
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