झारखंड में चल रही राजनीतिक अस्थिरता के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कैबिनेट मीटिंग बुलाई। जिसके बाद कयास लगाया जा रहा है कि झारखंड सरकार विधानसभा का विशेष सत्र आहूत कर सकती है और इसी विशेष सत्र के दौरान सरकार विश्वास मत पेश कर सकती है। विशेष सत्र आहूत करने से राजभवन पर भी दबाव बढ़ाया जा सकता है ताकि राज्यपाल चुनाव आयोग द्वारा मुख्यमंत्री के संदर्भ में भेजे गये मंतव्य का खुलासा करें।
उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पूर्व आयोग ने राजभवन को मंतव्य प्रेषित किया है, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा की सदस्यता समाप्त किए जाने की बात कही जा रही है। हालांकि राजभवन द्वारा आधिकारिक तौर पर इसपर कुछ भी स्पष्ट नही किया गया है।
रायपुर से लौटे पांच मंत्री, गुरुवार को कैबिनेट की बैठक
कैबिनेट की बैठक में शामिल होने के लिए झारखंड सरकार में कांग्रेस कोटे से मंत्रिपरिषद में शामिल चार मंत्री आलमगीर आलम, डा. रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख बुधवार की रात वापस रांची लौट आये हैं। बता दें कि ये चारों मंत्री मंगलवार को अपने 31 विधायकों के साथ रायपुर रवाना हुए थे। जिसके बाद राजद कोटे से मंत्री सत्यानंद भोक्ता इन चारों मंत्रियों को लाने के लिए रायपुर गये थे। मंत्री सत्यानंद भोक्ता को मिलाकर कुल पांच मंत्री बुधवार की रात रायपुर से वापस रांची लौट आये हैं। कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि कैबिनेट बैठक में शामिल होने के लिए सभी लौटे हैं।