शुक्रवार को झरखंड के राज्यपाल रमेश बैस के दिल्ली जाते ही झारखंड में सियासी सरगर्मी तेज हो गयी है। बता दें कि गुरुवार को यूपीए के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मिलकर आफिस आफ प्राफिट मामले में शीघ्र निर्णय लेने का आग्रह किया था। यूपीए का कहना था कि राजभवन द्वारा इस मामले में कोई अधिकृत घोषणा नहीं करने तथा निर्णय नहीं लेने से राजनीतिक अस्थिरता और हार्स ट्रेडिंग का माहौल बन गया है। यूपीए प्रतिनिधिमंडल से मिलने के बाद शुक्रवार को राज्यपाल रमेश बैस दिल्ली के लिए रवाना हुए। कहा जा रहा है कि राज्यपाल सभी पहलुओं पर एक्सपर्ट की राय लेने के बाद ही इस पर कोई निर्णय लेगें। साथ ही राज्य में बढ़ रहे अपराध और ध्वस्त होती कानून व्यवस्था को लेकर केंद्र से चर्चा करेंगे।

राज्यपाल के दिल्ली जाने के बाद संभावना जताई जा रही है कि राज्यपाल हेमंत की सदस्यता पर पांच सितंबर को होनेवाले विधानसभा के विशेष सत्र से पहले भी निर्णय ले सकते हैं। दिल्ली में शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर राज्यपाल रांची लौटकर अपने निर्णय की घोषणा कर सकते हैं।

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