– विजिलेंस ब्यूरो ने दर्ज किया था केस, अब किसी भी समय हो सकती है गिरफ्तारी
चंडीगढ़। बठिंडा की अदालत ने जमीन आवंटन मामले में जांच का सामना कर रहे पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के खिलाफ बठिंडा की अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए हैं। अब विजिलेंस ब्यूरो किसी भी समय मनप्रीत बादल को गिरफ्तार कर सकती है। मनप्रीत बादल को लेकर आज पूरा दिन अदालती घटनाक्रम चलता रहा।
विदेश भागने की आशंका के चलते मंगलवार को बठिंडा की अदालत ने उनका लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया। इसी बीच मनप्रीत सिंह बादल ने अदालत में दायर की गई अग्रिम जमानत याचिका को वापस ले लिया है। मनप्रीत ने बठिंडा सेशन कोर्ट से अग्रिम जमानत मांगी थी।
मनप्रीत सिंह के खिलाफ यह शिकायत पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला ने की थी। शिकायत के समय वह शिरोमणि अकाली दल तथा मनप्रीत सिंह बादल कांग्रेस में थे। अब दोनों ही नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं, लेकिन सरकार ने पुरानी शिकायत के आधार पर केस दर्ज करवा दिया है। मनप्रीत सिंह बादल के वकील सुखविंदर सिंह भिंडर ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान कह रहे थे कि मनप्रीत बादल को अंदर करेंगे। इसी को लेकर हम कोर्ट गए थे कि राजनीतिक बदलाखोरी से दबाव डाला जा रहा है। इस मामले में कोर्ट ने विजिलेंस को नोटिस किया था।
इसके बाद रविवार रात केस दर्ज कर लिया गया। अब इस मामले में केस दर्ज हो गया है तो फिर नए तथ्यों के साथ याचिका दायर करेंगे। जमानत याचिका वापस लेने के बाद बिना राहत के अब मनप्रीत बादल पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। मनप्रीत की तलाश में विजिलेंस ब्यूरो ने कल उनके मुक्तसर के गांव बादल स्थित घर पर भी रेड की। मनप्रीत बादल वहां नहीं मिले।
मनप्रीत बादल पर बठिंडा में विजिलेंस ब्यूरो ने लैंड अलॉटमेंट के केस में फ्रॉड का केस दर्ज किया है। मनप्रीत के अलावा इस मामले में 5 और आरोपियों को नामजद किया था। मनप्रीत बादल ने गिरफ्तारी से बचने के लिए चार दिन पहले कोर्ट से अग्रिम जमानत मांगी थी।
विजिलेंस ब्यूरो तीन आरोपियों राजीव कुमार निवासी न्यू शक्ति नगर बठिंडा, अमनदीप सिंह निवासी लाल सिंह बस्ती बठिंडा और विकास अरोड़ा निवासी टैगोर नगर बठिंडा को गिरफ्तार कर चुकी है।