Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, June 9
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»पहाड़ी मंदिर की पुरानी कमिटी का विरोध, कहा- मंदिर को नहीं बनने देंगे राजनीति का अखाड़ा
    Top Story

    पहाड़ी मंदिर की पुरानी कमिटी का विरोध, कहा- मंदिर को नहीं बनने देंगे राजनीति का अखाड़ा

    adminBy adminSeptember 18, 2023Updated:September 18, 2023No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। पहाड़ी मंदिर की पुरानी कमिटी ने मंदिर के मुख्य गेट पर विरोध-प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि मंदिर को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने देंगे। दरअसल, पुरानी कमिटी को भंग कर नयी कमिटी का गठन किया गया है। इसमें राजनीतिक दलों के लोगों को शामिल किया गया है। पुरानी कमिटी ने पूछा कि जब कमिटी में जिला प्रशासन के अधिकारियों को रखा जाता था, तो ऐसी क्या नौबत आ गयी कि इसमें राजनीतिक दलों के लोगों को शामिल करना पड़ा। इसी बीच सोमवार को जैसे ही नयी कमिटी के लोग मंदिर पहुंचे, पुरानी कमिटी के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया और कार्यालय में तालेबंदी कर नयी कमिटी के लोगों का विरोध किया।
    वहीं नयी कमिटी के सदस्यों का कहना है कि वे मंदिर का विकास करना चाहते हैं। यहां राज्य और देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। पहाड़ी मंदिर सनातन आस्था का बड़ा केंद्र है। ऐसे में यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधा बढ़ायी जानी चाहिए। साथ ही मंदिर का जीर्णोद्धार होना चाहिए। अब देखने वाली बात यह है कि नयी कमेटी के सदस्यों के आने के बाद पुरानी कमेटी के लोगों का आक्रोश कैसे शांत होता है, या ये मामला आनेवाले दिनों में और तूल पकड़ता है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleलैंड स्कैम : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने भेजा चौथा समन, अब बुलावा 23 को
    Next Article आईएनडीआई गठबंधन में दरार के संकेत, माकपा ने समिति में सदस्य नहीं भेजने का निर्णय लिया
    admin

      Related Posts

      राज्यपाल ने भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की

      June 9, 2025

      भाजयुमो ने यातायात पुलिस के व्यवहार में सुधार की मांग को लेकर एसएसपी को सौंपा पत्र

      June 9, 2025

      बिरसा मुंडा का 125वां शहादत दिवस धूमधाम से मनाया गया

      June 9, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • भारत ने पिछले 11 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से परिवर्तन देखा: प्रधानमंत्री मोदी
      • ठाणे में चलती लोकल ट्रेन से गिरकर 6 यात्रियों की मौत, सात घायल
      • प्रधानमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी
      • हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन किए
      • ‘हाउसफुलृ-5’ ने तीसरे दिन भी की जबरदस्त कमाई, तीन दिनों का कलेक्शन 87 करोड़
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version