मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बड़ी घोषणा
अब 18 साल की उम्र से ही मिलेगा मंईयां सम्मान योजना का लाभ
कहा- असम सरकार करा रही है झारखंड में घुसपैठ
उत्पाद सिपाही दौड़ में शामिल युवाओं की मौत का कारण गलत कोरोना वैक्सीन
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। झारखंड की बेटियों को अब 18 साल की होते ही मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का लाभ मिलने लगेगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह घोषणा की। वह रांची के नामकुम स्थित प्रशिक्षण स्थल खोजाटोली मैदान से दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों के बीच सम्मान राशि वितरण समारोह में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना के तहत फिलहाल 21 से 50 वर्ष की महिलाओं को इसका लाभ मिल रहा है, अब इसमें बदलाव किया जा रहा है। अब इसका लाभ 18 वर्ष की उम्र से ही बहनों-मंईयां को मिलेगा। उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षों में प्रत्येक परिवार को एक-एक लाख रुपये दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री द्वारा बटन दबा कर दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के लाभुकों के बीच डीबीटी के माध्यम से 70 करोड़ 49 लाख 27 हजार रुपये जारी किये गये।
असम सरकार करा रही है बांग्लादेशी घुसपैठ:
हेमंत सोरेन ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा पर गंभीर आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि वह फुर्र से झारखंड चले आते हैं। सिर्फ हिंदू-मुसलमान करते रहते हैं। सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कई डिग्री है उनके पास। कभी सरकार गिराने की कोशिश करते हैं। हेमंत ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ की बात करते हैं। ऊपर से खुद कहते हैं कि ये लोग असम के रास्ते देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंच रहे हैं। अब सवाल है कि वे घुसपैठियों को रास्ता क्यों दे रहे हैं।
युवाओं की मौत के लिए कोरोना टीका जिम्मेदार:
मुख्यमंत्री ने उत्पाद सिपाही दौड़ के दौरान युवाओं की मौत पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि आजकल तो चलते-फिरते लोग मर जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण कोरोना टीका है। गलत टीका युवाओं की जान ले रहा है। अब तो कम उम्र के लोग साधारण बीमारी में जान गंवा दे रहे हैं। जिस टीका को पूरी दुनिया में नकार दिया था, उसे जबरदस्ती देशवासियों को ठुकवा दिया। सिर्फ चंदा वसूली के लिए भाजपा वालों ने ऐसा किया। भाजपा के लोग इतना मीठा बोलते हैं कि गुड़ भी फेल हो जाये। लेकिन इनके मिठेपन में जहर घुला रहता है।
विपक्ष के लोगों ने टीन का चश्मा लगाया है:
मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत हजारों युवाओं ने स्वरोजगार शुरू किया है। हमने लाखों परिवारों की 200 यूनिट बिजली फ्री की। उन सभी लोगों का बकाया बिजली बिल भी माफ किया जा रहा है। हजारों युवाओं को हमने नौकरी देने का भी काम किया। विपक्ष के लोगों ने टीन का चश्मा लगाया है, इन्हें कुछ नहीं दिखता।
मुझे झूठे केस में जेल भिजवाया:
हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार ने काम करना शुरू ही किया था कि कोरोना महामारी आ गयी। कोरोना के बाद जब केंद्र को झारखंड के 1.34 लाख करोड़ रुपये की बकाया लिस्ट सौंपी, तो ये लोग सरकार के पीछे पड़ गये। विधायक खरीदने लगे। इसमें कामयाब नहीं हुए, तो मुझे झूठे केस में जेल में डाल दिया। पीएम आवास की राशि देना बंद कर दिया। तब जाकर हमारी सरकार ने अबुआ आवास योजना शुरू की।