रांची। मूलवासी सदान मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने प्रसिद्ध दिउड़ी मंदिर में कुछ लोगों के द्वारा मंदिर पर ताला लगाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि समन्वय संस्कृति को तोड़ने का घृणित प्रयास किया जा रहा है। राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि मूलवासी सदान मोर्चा इस घटना की घोर विरोध और निंदा करती है। कहा लगता है, झारखंड में कानून का डर लोगों में नहीं रहा। राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि दिउड़ी मंदिर में पूजा करने श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं।
ऐसा करके श्रद्धालुओं के मन में डर और भय पैदा करने का प्रयास किया गया और आपसी भाईचारा को नुकसान पहुंचाने का घोर अपराध किया गया है। राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि झारखंड में सैकड़ों सालों से सदान-आदिवासी एक दूसरे के धर्म, स्थान, परंपराओं और आस्थाओं का आदर करते आ रहे हैं। प्रसाद ने कहा, ना तो कभी सरना स्थल पर जाने के लिए किसी को रोका गया और नहीं देवीगुड़ी, सतबहिनी पर कभी कोई विवाद हुआ है।