नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को ब्रुनेई दारुस्सलाम में भारतीय उच्चायोग के नए चांसरी परिसर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित किया और पट्टिका का अनावरण किया।

प्रधानमंत्री माेदी ने उद्घाटन समारोह में मौजूद भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी बातचीत की। उन्होंने दोनों देशों के बीच जीवंत सेतु के रूप में उनके योगदान और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की सराहना की।

ब्रुनेई में भारतीयों के आने का पहला चरण 1920 के दशक में तेल की खोज के साथ शुरू हुआ। वर्तमान में, लगभग 14,000 भारतीय ब्रुनेई में रह रहे हैं। ब्रुनेई के स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा क्षेत्रों के विकास और विकास में भारतीय डॉक्टरों और शिक्षकों के योगदान को अच्छी तरह से स्वीकार किया गया है।

चांसरी परिसर भारतीयता की गहरी भावना को दर्शाता है, जिसमें पारंपरिक रूपांकनों और हरे-भरे वृक्षारोपण को कुशलता से एकीकृत किया गया है। सुरुचिपूर्ण क्लैडिंग और टिकाऊ कोटा पत्थरों का उपयोग इसके सौंदर्य आकर्षण को और बढ़ाता है, जो क्लासिक और समकालीन तत्वों का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण है। यह डिज़ाइन न केवल भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को श्रद्धांजलि देता है, बल्कि एक शांत और आकर्षक वातावरण भी बनाता है।

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