कोलकाता। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला चिकित्सक के दुष्कर्म एवं हत्या के विरोध में जूनियर डॉक्टरों का स्वास्थ्य भवन के समक्ष धरना बुधवार को भी जारी है। हड़ताली डॉक्टर राज्य के स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम को हटाने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा भी उनकी कई मांगें हैं। इसी बीच हड़ताली डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने का समय मांगा है।

एक प्रदर्शनकारी डॉक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को हटाना और राज्य संचालित अस्पतालों में डर के माहौल को खत्म करना जरूरी है, ताकि ध्वस्त हो चुके स्वास्थ्य सेवा तंत्र को फिर से खड़ा किया जा सके। हमने मुख्यमंत्री के साथ दूसरी बैठक के लिए अनुरोध किया है। स्वास्थ्य सचिव को हटाना उनकी पांच सूत्री मांगों में से एक है। मंगलवार शाम 6:30 बजे से शुरू हुई उनकी जनरल बॉडी मीटिंग देर रात तक चली। बैठक के बाद देर रात जारी बयान में प्रदर्शनकारियों ने राज्य के प्रशासनिक तबादलों को उनके आंदोलन की “केवल आंशिक जीत” बताया।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पर सोमवार को हुई बैठक में हड़ताली डॉक्टरों की अधिकांश मांगें मानने का सरकार ने वादा किया था। इसको लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में टास्क फोर्स गठित किए जाने की बात कही गयी थी। हड़ताली डॉक्टरों ने कहा कि इस टास्क फोर्स को तत्काल अधिसूचित किया जाना चाहिए। बनर्जी ने बैठक में वादा किया था, जिसके अनुसार स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक देबाशीष हलदर, मेडिकल शिक्षा के निदेशक कौस्तव नायक और कोलकाता पुलिस के उत्तर डिवीजन के डिप्टी कमिश्नर अभिषेक गुप्ता को हटा दिया गया। मंगलवार को राज्य सरकार ने कोलकाता पुलिस के नए आयुक्त के रूप में मनोज कुमार वर्मा को नियुक्त किया, जिन्होंने विनीत गोयल की जगह ली है।

 

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