आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने बुधवार को राजभवन के पास धरने पर बैठे झारखंड प्रदेश मुखिया संघ, झारखंड राज्य पंचायत सचिव संघ, झारखंड राज्य जल सहिया कर्मचारी संघ, झारखंड व्यवसायिक प्रशिक्षक संघ के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उनकी समस्याओं को सुना। ज्ञापन लिये और भाजपा सरकार बनने पर उनकी समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधा।
नौजवान मर रहे और मुख्यमंत्री नाच रहे हैं
बाबूलाल ने कहा कि हेमंत सरकार को जनता की समस्याओं के समाधान से कुछ भी लेना देना नहीं है। आप सब हेमंत सरकार से उम्मीद नहीं करें। यह सरकार केवल लूटने, लुटवाने के लिए बनी है। हेमंत सरकार कानून से नहीं, बल्कि पंकज मिश्रा, पिंटू, प्रेम प्रकाश जैसे दलाल-बिचौलियों से चल रही है। उन्होंने कहा कि चारों तरफ अराजकता का माहौल है। राज्य के 15 होनहार युवा सरकार के गलत निर्णय के कारण दौड़ते-दौड़ते अपनी जान गवां बैठे। जान गंवानेवालों के परिजन बिलख रहे हैं और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली में झारखंड भवन के उदघाटन अवसर पर नाच रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे दुखद बात और क्या हो सकती है।
हेमंत सरकार ने ग्रामसभा को कमजोर किया:
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लोकतंत्र की बुनियाद ग्रामसभा पर टिकी है। हेमंत सरकार ग्रामसभा को कमजोर कर सारे अधिकार को अपने अधिकार में रखना चाहती है। धरना की स्थिति तब पैदा होती है, जब सरकार समस्याओं को सुनना नही चाहती। भाजपा मुखिया संघ के धरना के साथ खड़ी है।
ग्रामसभा से पारित कराये बिना आवास स्वीकृत हो रहा:
बाबूलाल ने कहा कि हेमंत सरकार अबुआ आवास की स्वीकृति बिना ग्राम सभा से पारित कराये जिला में स्वीकृत कराना चाहती है। गिरिडीह में उन्होंने ऐसा होने से रोकवाया। उन्होंने कहा कि ग्राम विकास की योजनाओं को सबसे पहले ग्राम सभा, पंचायत समिति से पारित होना चाहिए। गांव के जन प्रतिनिधि जानते हैं कि कौन योजना का ज्यादा हकदार है। कौन ज्यादा गरीब है। लेकिन राज्य सरकार ऐसा नहीं चाहती। लघु खनिज, बालू, हाट, बाजार जैसे संसाधनों पर ग्राम सभा का अधिकार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व की पहली राज्य सरकार ने ऐसे ही निर्णय लिये थे। बालू घाट ग्राम सभा के जिम्मे था। हाट बाजार सब गांव के लोग ही देखते थे। पारा शिक्षकों की नियुक्ति भी ग्राम सभा के माध्यम से हुई थी। हेमंत सरकार जबसे बनी इसने बालू घाटों को मुंबई और दिल्ली के दलाल और बिचौलियों को सौंप दिये।
160 दिन से पेंशन पर बैठे हैं दिव्यांग:
बाबूलाल ने कहा कि यह सरकार आज पेंशन देने की बात करती है, लेकिन 160 दिनों से दिव्यांग राजभवन के पास 2500 रुपये पेंशन के लिए धरने पर बैठे हैं। कोई सुध लेनेवाला नहीं। उसी प्रकार पंचायत सचिव, व्यवसायिक शिक्षक संघ, जल सहिया की बहनें धरना पर बैठी हैं। अपनी जायज मांगों को लेकर गुहार लगा रहीं। गर्मी बरसात में छोटे छोटे बच्चों के साथ महिलाएं बैठी हैं और यह सरकार महिला सम्मान का ढिंढोरा पीट रही। उन्होंने आश्वस्त किया कि भाजपा सरकार आयेगी, तो सभी समस्याओं का समाधान होगा। ग्राम सभा को संवैधानिक अधिकार दिये जायेंगे। इस मौके पर उनके साथ प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक, प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव, रमाकांत महतो और शोभा यादव मौजूद थे।