नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के दिल्ली पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त जगदीश तांबे को 1.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी एक कारोबारी की शिकायत के बाद की गई, जिसमें आयुक्त पर आरडीए (क्षति मुआवजा कार्यवाही) में राहत दिलाने के बदले रिश्वत मांगने का आरोप था।
सीबीआई के मुताबिक, 9 सितंबर को जगदीश तांबे के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि तांबे ने उसके खिलाफ चल रही आरडीए कार्यवाही को पक्ष में निपटाने के एवज में 3 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। कई दौर की बातचीत के बाद यह सौदा 1.5 लाख रुपये में तय हुआ।
इसके बाद सीबीआई ने 10 सितंबर को जाल बिछाया और तांबे को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। गिरफ्तारी के दौरान वह शिकायतकर्ता से रिश्वत की रकम ले रहा था। इस कार्रवाई से ईपीएफओ विभाग में हड़कंप मच गया है।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद तांबे के खिलाफ आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। तांबे को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा और आगे की जांच में यह पता लगाया जाएगा कि वह पहले भी इस तरह की किसी गतिविधि में शामिल रहा है या नहीं।
इस मामले को लेकर CBI के अधिकारी कह रहे हैं कि सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के खिलाफ एजेंसी की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। साथ ही आम लोगों से अपील की गई है कि यदि किसी अधिकारी द्वारा रिश्वत की मांग की जाती है तो इसकी शिकायत सीबीआई को तुरंत करें।