रायपुर (छत्तीसगढ़)। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट, रायपुर में बुधवार शाम आकाशीय बिजली गिरने से बड़ा तकनीकी संकट खड़ा हो गया। इससे विमानों के नेविगेशन सिस्टम (D-VOR) में गंभीर खराबी आ गई, जिसके कारण विमानों का संचालन पूरी तरह बाधित है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने पुष्टि की है कि तकनीकी मरम्मत का कार्य अब भी जारी है और विमानों की लैंडिंग में मुश्किलें बनी हुई हैं।
घटना के कारण बुधवार रात 7:30 बजे के बाद रायपुर लैंड करने वाली कम से कम पांच फ्लाइटों को दूसरे एयरपोर्ट पर डायवर्ट करना पड़ा। दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता और मुंबई से आने वाली उड़ानों को भोपाल, नागपुर और भुवनेश्वर की ओर मोड़ना पड़ा।
दिल्ली से आ रही इंडिगो की फ्लाइट में कुल 170 यात्री सवार थे, जिनमें दुर्ग सांसद विजय बघेल और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सोनमणी बोरा भी शामिल थे। यह फ्लाइट रायपुर के बजाय भोपाल भेज दी गई, जहां से उसे दोबारा दिल्ली वापस भेजा गया। यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
एयरपोर्ट प्रशासन के मुताबिक, डॉप्लर वीएचएफ ओमनीडायरेक्शनल रेंज (D-VOR) नेविगेशन उपकरण को बिजली गिरने से नुकसान हुआ है। यह उपकरण विमानों की सटीक लैंडिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके फेल होने से उड़ानों की सुरक्षित लैंडिंग संभव नहीं रही, जिससे उड़ानों को डायवर्ट करने का फैसला लेना पड़ा।
मौसम विभाग की विशेषज्ञ डॉ. गायत्री वाणी ने बताया कि बुधवार को पहले से ही आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई थी। रायपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में मौसम की गंभीर स्थिति के चलते एयरपोर्ट प्रभावित हुआ।
इस तकनीकी खराबी की वजह से कई यात्रियों को रायपुर एयरपोर्ट पर घंटों इंतजार करना पड़ा, जबकि कुछ को अन्य शहरों में उतरने के बाद वैकल्पिक व्यवस्था से गंतव्य तक भेजने की कवायद की गई।
फिलहाल स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाई है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के तकनीकी उपकरणों की मरम्मत तेजी से जारी है। एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार, जैसे ही विजिबिलिटी और तकनीकी स्थितियां सुधरेंगी, उड़ान सेवाएं बहाल की जाएंगी।