Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, November 3
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»राज्य»शिक्षक भर्ती घोटाले में तबादलों का खेल, पार्थ चटर्जी ने बनाई थी खास रणनीति
    राज्य

    शिक्षक भर्ती घोटाले में तबादलों का खेल, पार्थ चटर्जी ने बनाई थी खास रणनीति

    shivam kumarBy shivam kumarSeptember 13, 2025No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    कोलकाता। पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को बड़ी जानकारी हाथ लगी है। एजेंसी के मुताबिक पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने अधिकारियों के बार-बार तबादले और फेरबदल को अपनी सबसे बड़ी रणनीति बनाया था। इसी के जरिए उन्होंने लंबे समय तक गड़बड़ी को अंजाम दिया और शक होने की संभावना को कम कर दिया।

    पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) राज्य के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक व गैर-शिक्षक (ग्रुप-सी और ग्रुप-डी) कर्मचारियों की भर्ती करता है। इसी आयोग के जरिए 2012 में की गई 25,753 भर्तियों को इस साल उच्चतम न्यायालय ने रद्द कर दिया था। अदालत ने भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का हवाला दिया था।

    जांच में सामने आया है कि चटर्जी ने सबसे पहले भरोसेमंद वरिष्ठ अधिकारियों की एक खास टीम बनाई। इस टीम में पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कल्याणमय गांगोपाध्याय, डब्ल्यूबीएसएससी के पूर्व अध्यक्ष सुबीरश भट्टाचार्य, स्क्रीनिंग कमेटी प्रमुख एसपी सिन्हा, पूर्व सचिव अशोक साहा सहित कई नाम शामिल थे। इन पर पहले ही आरोप तय हो चुके हैं।

    इसके बाद, निचले स्तर पर काम करने वाले अधिकारियों को बार-बार बदला जाता रहा। इनका काम डाटा में हेरफेर करना था। लगातार बदलाव की वजह से कोई भी अधिकारी इस गड़बड़ी की पूरी तस्वीर काे नहीं समझ सका। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि राजनीति में आने से पहले पार्थ चटर्जी को अच्छा मानव संसाधन प्रबंधक माना जाता था, लेकिन उन्होंने उसी काबिलियत का इस्तेमाल अवैध सिस्टम खड़ा करने में किया।

    इस मामले में सबसे ज्यादा समय से जेल में पार्थ चटर्जी ही हैं। उन्हें जुलाई 2022 में सबसे पहले ईडी ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद सीबीआई ने भी अपनी जांच में उन्हें हिरासत में लिया। हाल ही में उन्हें सीबीआई और ईडी के ज्यादातर मामलों में जमानत मिल चुकी है, लेकिन प्राथमिक शिक्षक भर्ती से जुड़े अलग मामलों की वजह से वह अब भी न्यायिक हिरासत में हैं।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleतेल रिसाव रोकने के लिए नई योजना बनाएगी राज्य सरकार, अवैध खनन पर भी होगी सख्ती
    Next Article सड़क की बदहाली से परेशान ग्रामीणों ने किया आंदोलन का ऐलान
    shivam kumar

      Related Posts

      ‘मछली पकड़ने और जलेबी छानने में माहिर, रसोइया बनें नेता नहीं’, तेज प्रताप की राहुल गांधी को सलाह

      November 3, 2025

      कांग्रेस और आरजेडी हैं बिहार के विकास के ग्रहण, एनडीए ही बनाएगा स्वर्णिम बिहार : योगी आदित्यनाथ

      November 3, 2025

      बिहार सरकार दिल्ली हो रही संचालित,राज्य से जुड़े सारे निर्णय केंद्र से हो रहे : प्रियंका गांधी

      November 3, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • झारखंड में व्यापारियों की नहीं आदिवासी-मूलवासियों की है सरकार : हेमंत साेरेन
      • स्वास्थ्य विभाग की दवाओं की खरीद में पारदर्शिता बरते राज्य सरकार: सरयू राय
      • ‘मछली पकड़ने और जलेबी छानने में माहिर, रसोइया बनें नेता नहीं’, तेज प्रताप की राहुल गांधी को सलाह
      • अनंत सिंह की गिरफ्तारी से बिहार की राजनीतिक साइक्लोन ने बदली दिशा
      • कपड़ा कंपनियों का पलायन झारखंड सरकार की सबसे बड़ी विफलता: बाबूलाल
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version