रांची : आदिवासी सेंगेल अभियान (ASA) की ‘सेंगेल-महारैली’ में सोमवार (23.10.2017) को रांची के मोरहाबादी मैदान से आदिवासियों ने हुंकार भरी. सालखन मुर्मू की अध्यक्षता में आयोजित महारैली से झारखंड सरकार द्वारा विधानसभा में पारित भूमि अधिग्रहण विधेयक और धर्मांतरण के खिलाफ पास किये गये बिल धर्म स्वतंत्र विधेयक 2017 का जमकर विरोध किया गया.हजार से अधिक लोगों की मौजूदगी में सालखन मुर्मू ने झारखंड की सभी राजनीतिक पार्टियों को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां आदिवासी विरोधी है. सरकार झारखंड के मूलवासियों की भावनाओं के खिलाफ काम कर रही है. इसका डटकर विरोध करना होगा. उन्होंने सभी जनजातियों से एकजुट होकर सरकार का विरोध करने की अपील की.उन्होंने कहा कि जब तक आदिवासी शिक्षित नहीं होंगे, अपने अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं होंगे, सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुट नहीं होंगे, उन्हें उनका अधिकार नहीं मिलेगा. महारैली में शामिल होने के लिए झारखंड के कोने-कोने से 10 हजार से अधिक लोग मोरहाबादी मैदान पहुंचे थे. महारैली में आने वाले लोगों को लाने वाली बसों की वजह से राजधानी के इलाकों में सड़कें जाम हो गयीं. महारैली के मद्देनजर रांची पुलिस और यातायात पुलिस ने पहले से विशेष तैयारी कर रखी थी. फिर भी लोगों को जाम का सामना करना पड़ा.

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