नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के विधायक संगीत सोम द्वारा ताजमहल को लेकर दिए गए बयान को लेकर अब राजनीति गरमाने लगी है। मामले पर पार्टी के बचाव में खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आए हैं। उन्होने सफाई देते हुए ट्विटर पर लिखा-
कोई भी देश विकास की कितनी ही चेष्टा करें, कितना ही प्रयत्न करें, लेकिन वो तब तक आगे नहीं बढ़ सकता, जब तक वो अपने इतिहास, अपनी विरासत पर गर्व करना नहीं जानता। अपनी विरासत को छोड़कर आगे बढ़ने वाले देशों की पहचान खत्म होनी तय होती है। 

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इस मामले को लेकर पार्टी के बचाव में उतरना पड़ा है। योगी आगामी 26 अक्टूबर को आगरा के दौरे पर जाएंगे जिसको लेकर पत्रकारों ने जब उनसे संगीत सोम के मामले को लेकर पूछा तो उन्होने कहा कि कौन क्या कह रहा है, ये मुद्दा नहीं है। जरूरी यह है कि हिंदुस्तानियों के खून-पसीने की मेहनत से बनाए गए प्रत्येक स्मारक का संरक्षण किया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि पर्यटन के मामले पर भी स्मारक जरूरी है, इसी के तहत हम रिवर फ्रंट कार्यक्रम को बढ़ावा दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि संगीत सोम, ओवैसी और आजम खान के बयानों को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए।

संगीत सोम का विवादित बयान
सोम ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जब ताजमहल का नाम ऐतिहासिक धरोहरों की सूची से हटाया तो कुछ लोगों को बहुत दर्द हुआ। उन्होने कहा कि ये कैसी धरोहर और इतिहास है जिसमें अपने पिता को सलाखों में डाला गया था, निर्मम तरीके से हिंदुओं को मारा गया था।

मेरठ की सरधना सीट से विधायक संगीत सोम ने कहा कि भाजपा सरकार अब अकबर, बाबर, औरंगजेब के कलंकित इतिहास को निकालने पर फोकस कर रही है। उन्होने कहा कि हिंदुस्तान के इतिहास से छेड़छाड़ करते हुए उसे बिगाड़ा गया था जिसमें भाजपा सुधार करना चाहती है। बीजेपी नेता संगीत सोम ने कहा कि हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि यहां भगवान राम, कृष्ण, शिव का अवतार हुआ वहीं दुर्भाग्य था कि अकबर और बाबर ने भी इसी धरती पर जन्म लिया।

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