नई दिल्ली: केंद्र की सत्ताधारी बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री यशंवत सिन्हा ने अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए मोदी सरकार की ईट से ईट बजा दी, जिसके बाद पीएम मोदी ने भी बीते दिन दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरार उन सभी सवालों का जवाब दिया जो देश की जनता जानना चाहती है, लेकिन इस दौरान मोदी अपनी सरकार के नाकामियों को अच्छाई में बदने की हिम्मत दिखाते हुए हमलावर सिन्हा को शल्य करार दिया।

जिसके बाद अब मोदी के हमलों का जवाब देते हुए सिन्हा ने कहा कि मैं शल्य नहीं भीष्म हूं, भीष्म तो नहीं बोले थे लेकिन मैं बोलूंगा और अर्थव्यवस्था का चीरहरण नहीं होने दूंगा। बता दें कि बीते दिन पीएम मोदी ने अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाने वालों को निराशावादी करार दिया था। इतना ही नहीं उनकी तुलना शल्य से भी की थी।

आपको बता दें कि शल्य महाभारत के युद्ध के दौरान कर्ण का सारथी था। शल्य युद्ध के दौरान कर्ण को हतोत्साहित करते थे। अर्थव्यवस्था पर सवाल करने वालों की शल्य से तुलना पर यशवंत सिन्हा ने कहा कि महाभारत में हर प्रकार के चरित्र हैं, शल्य भी उनमें से एक हैं। शल्य कौरवों की ओर कैसे शामिल हुए इसकी कहानी सबको पता है। दुर्योधन ने उन्हें ठग लिया था।

शल्य नकुल और सहदेव के मामा थे, वो पांडवों के साथ लड़ना चाहते थे लेकिन ठगी का शिकार हो गए। महाभारत में ही एक अन्य चरित्र हैं भीष्म पितामाह। भीष्म पितामाह पर आरोप है कि जब द्रौपदी का चीर हरण हो रहा था तब वो खामोश रह गए। अब अगर अर्थव्यवस्था का चीर हरण होगा तो मैं चुप नहीं रहूंगा, मैं बोलूंगा।”

रोजगार के मामले में यशवंत सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 80 से 85 लाख का एक आंकड़ा पेश किया कि इतने लोग प्रॉविडेंट फंड में नए शामिल हो गए। इससे विस्तार में जब आप जाएंगे तो पता चलेगा कि एक अभियान चलाकर 2009 से रोजगार में शामिल लोगों को ईपीएफ में शामिल कराया गया। यह कहना कि ये नए लोग हैं जिन्हें रोजगार मिला है ये गलत है।

उन्होंने कहा कि, मुझे नहीं पता था कि मेरी बात का जवाब देने खुद पीएम मोदी आएंगे। आंकड़े सभी कुछ साबित कर देते हैं। एक आंकड़ें से आप कुछ साबित करेंगे उसी आंकड़े से मैं दूसरी बात साबित कर दूंगा। इसलिए आंकड़े पर नहीं जमीनी हकीकत देखिए। हम 8% की दर से लगातार आगे बढ़े तब भी हमें गरीबी से छुटकारा पाने के लिए 21 साल लगेंगे।

मोदी का हमला!

लगातार जीडीपी नीचे आ रही है प्रधानमंत्री ने कहा था कि यूपीए के कार्यकाल में लगातार आठ तिमाही जीडीपी नीचे रही। इस पर यशवंत सिन्हा ने कहा कि, यह सिर्फ एक तिमाही की बात नहीं है। पिछली लगभग छह तिमाही से जीडीपी दर नीचे आ रही है। सिन्हा ने कहा कि, 2019 में जब हम चुनाव में जाएंगे तो लोग हमारी तुलना यूपीए से नहीं करेंगे।

उन्होंने साफ शब्दों नें कहा कि जनता उनसे सवाल करेगी जो वादे उन्होंने जनता से किए थे। अब एकतरफा संवाद संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मैं मीडिया के माध्यम से कोई सलाह नहीं दूंगा, क्योंकि सरकार में काबिल लोग हैं।

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