वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस बात को स्वीकार किया है कि पिछले तीन साल का समय भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए मुश्किल भरा समय था. उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल बहुत ही मुश्किल भरे रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि विश्व अर्थव्यवस्था आगे बढ़ती है, तो उसका मांग पर परिणामी असर होगा और वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़े होने की वजह से भारत पर भी इसका असर होगा. जिस तरह वह भारतीय अर्थव्यवस्था को देखते हैं, तो आने वाले महीनों और साल में यह संभाविक तौर पर ऊपर बढ़ेगी.वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में आ रहे मजबूत सुधार का लाभ उठाने के लिए एक अलग तरह का भारत तैयार है. भारत में हाल के महीनों में कई तरह के सुधार किये गये हैं. नोटबंदी और वस्तु एवं सेवाकर के अलावा नियमों और प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के मुख्यालय पहुंचने के बाद अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में जेटली ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टीन लैगार्ड और विश्वबैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम के उस वक्तव्य का समर्थन किया कि विश्व अर्थव्यवस्था में एक मजबूत सुधार दिखाई दे रहा है.