रांची। कोलकाता में संपन्न 23 वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मसानजोर डैम का मामला उठाया। बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद थीं। तय हुआ कि इस मसले के समाधान के लिए दोनों राज्यों के बीच अधिकारी स्तर पर बातचीत होगी। दोनों मुख्यमंत्री इस बात पर सहमत थे कि बातचीत के माध्यम से विवाद का हल निकाला जाना चाहिए। मालूम हो कि अगस्त महीने में मसानजोर डैम को लेकर झारखंड और बंगाल के बीच विवाद हुआ था। मुख्यमंत्री रघुवर दास की इस पहल से उम्मीद जतायी जा रही है कि झारखंड और बंगाल के बीच चल रहे विवाद का निराकरण निकला जायेगा।
लुइस ने लगायी थी प्रधानमंत्री से गुहार
कल्याण मंत्री लुइस मरांडी ने मसानजोर विवाद के निपटारे के लिए प्रधानमंत्री तक से गुहार लगायी थी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार साजिश के तहत इस क्षेत्र में अपना राजनीतिक एजेंडा तय कर रही है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कहा कि वहां की सरकार ने जानबूझ कर झारखंड की जमीन पर पश्चिम बंगाल सरकार सरकारी रंग से मसानजोर डैम की दीवारों को रंगवाने का काम करा रही है और मुख्य पथ पर वेलकम बोर्ड में पश्चिम बंगाल सरकार का लोगो लगाकर अपना अधिकार जताने में लगी है। लुइस के आग्रह पर प्रधानमंत्री ने संज्ञान लेते हुए यहां के जल संसाधन विभाग को आवश्यक पहल करने का निर्देश दिया है।
जानें, क्या है विवाद
पश्चिम बंगाल सरकार की ओर मसानजोर डैम को सफेद नीले रंग से रंगने एवं डैम की ओर जानेवाले रास्ते पर बने तोरणद्वार पर बंगाल का लोगो लगाने को लेकर विवाद शुरू हुआ था। नीला और सफेद रंग से रंगने का झारखंड सरकार ने विरोध किया, तो कार्य रुक गया। साथ ही वहां से बंगाल सरकार के विश्व बांग्ला लोगो को भी हटा दिया गया। उसकी जगह झारखंड सरकार का लोगो लगवा दिया गया है।
मसानजोर विवाद सुलझाने को लेकर झारखंड और बंगाल राजी
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