चंडीगढ़ : पंजाब के अमृतसर में एक बड़े ट्रेन हादसे में अब तक 70 लोगों की मौत की पुष्टि प्रशासन ने की है। यह हादसा अमृतसर और मनावला के बीच फाटक नंबर 27 के पास हुआ है। यह हादसा जिस वक्त हुआ, उस समय वहां रावण दहन देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटी हुई थी। इसी दौरान डीएमयू ट्रेन नंबर 74943 वहां से गुजर रही थी। रावण दहन के वक्त पटाखों की तेज आवाज के कारण ट्रेन का हॉर्न लोगों को नहीं सुनाई पड़ा। इसकी वजह से यह हादसा हो गया।
मुआवजे का ऐलान
घटना के बाद पंजाब सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया गया है। पंजाब सरकार ने राज्य में एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। साथ ही शनिवार को राज्य के सभी स्कूलों को भी बंद रखने के आदेश जारी किए हैं।
पिछले कई वर्षों से यहां दशहरे के अवसर पर रावण दहन का आयोजन किया जाता था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इस साल भी यहां रावण दहन का आयोजन किया गया था। दहन के दौरान पटाखों की आवाज तेज होने की वजह से वहां मौजूद लोग ट्रेन के हॉर्न की आवाज नहीं सुन पाए और यह घटना हो गई। घटना के बाद पुलिस, जीआरपी की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। इसी के साथ ही घटना स्थल पर स्थानीय लोगों की मदद से बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑफिशल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया, ‘अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे से बहुत दुखी हूं। यह घटना हृदय विदारक है। मेरी गहरी संवेदना मृतकों के परिवारवालों के साथ है और मैं प्रार्थना करता हूं कि जल्द से जल्द घायल पूर्णतया स्वस्थ हों। अधिकारियों से बातचीत कर उन्हें तुरंत मदद के निर्देश दिए हैं।’
मुख्यमंत्री ने बचाव कार्य के दिए निर्देश
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘अमृतसर में हुए इस हादसे के बारे में जानकर स्तब्ध हूं। सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मदद मुहैया कराने का निर्देश दे दिया है। जिला प्रशासन को युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चलाने को कहा है।’ बता दें कि इस हादसे के बाद कैप्टन अमरिंदर ने अपना इजरायल दौरा रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री शनिवार को अमृतसर पहुंचेंगे। पंजाब सरकार ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है।
गृहमंत्री ने घटना पर जताई संवेदना
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘पंजाब में दशहरा पर्व के दौरान हुए हादसे में कई लोगों की मौत हो गई है। इस घटना से दुखी हूं। मेरी संवेदना मृतकों के परिवारों के साथ है और घायलों के स्वस्थ होने की मैं कामना करता हूं।’ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है, ‘प्रशासन और दशहरा कमिटी की गलती है। उन्हें ट्रेन के बारे में सूचित करना चाहिए था। उन्हें यह भी तय करना चाहिए था कि यहां पर ट्रेन या तो ठहरे या धीमी हो।’